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'बेटी के सम्मान' को सड़कों पर उतरी भाजपा की लखनऊ में पुलिस से झड़प

भाजपा के इस प्रदर्शन को देखते हुए लखनऊ में बहुजन समाज पार्टी के हर कार्यालय के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के आवास की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है।

By Ashish MishraEdited By: Published: Sat, 23 Jul 2016 09:04 AM (IST)Updated: Sat, 23 Jul 2016 09:30 PM (IST)
'बेटी के सम्मान' को सड़कों पर उतरी भाजपा की लखनऊ में पुलिस से झड़प

लखनऊ (जेएनएन)। राजधानी में प्रदर्शन के दौरान भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह की बेटी व पत्नी के खिलाफ बसपा नेताओं द्वारा की गई अश्लील टिप्पणी को लेकर भाजपा ने शनिवार को मोर्चा खोल दिया। कार्यकर्ता 'बेटी के सम्मान में-भाजपा मैदान में' नारे के साथ शनिवार को सड़कों पर उतरे। लखनऊ समेत सभी जिला मुख्यालयों पर दोषी बसपा नेताओं खासकर नसीमुद्दीन सिद्दीकी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की।

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तस्वीरों में देखें-- बसपा के खिलाफ यूपी में सड़क पर उतरी भाजपा

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उत्तर प्रदेश के अन्य समाचार पढऩे के लिए यहां क्लिक लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका तो तीखी नोकझोंक हो गई। कई जिलों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी प्रदर्शन में शामिल हुईं। कन्नौज में कार्यकर्ताओं ने नसीमुद्दीन का पुतला फूंका तो फर्रुखाबाद में कार्यकर्ताओं ने मायावती व नसीमुद्दीन का डीएनए टेस्ट तक कराने की मांग कर डाली। बांदा में प्रदर्शन को देखते हुए नसीमुद्दीन के आवास पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी।

बनारस में निकला जुलूस

वाराणसी में जब कार्यकर्ताओं ने कचहरी परिसर में घुसने की कोशिश की तो जिला प्रशासन ने गेट पर फोर्स लगा कर उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में आंदोलन का नेतृत्व काशी क्षेत्र के अध्यक्ष व एमएलसी लक्ष्मण आचार्य ने किया। गोरखपुर में भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र दत्त शुक्ल के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि गिरफ्तारी नहीं हुई तो बसपा के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

समर्थन में उतरे नीरज शेखर

बलिया में तो उस वक्त एक नया मोड़ आ गया जब भाजपा नेता दयाशंकर सिंह की पत्नी के समर्थन में समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर उतर आए। उन्होंने कहा कि महिलाओं का सम्मान सर्वोपरि होना चाहिए, चाहे वह किसी भी जाति व संप्रदाय की हो। दयाशंकर की टिप्पणी निंदनीय है, लेकिन उससे भी ज्यादा निंदनीय बसपा के लोगों द्वारा उनकी पत्नी व बेटी पर की गई अमर्यादित टिप्पणी है। दयाशंकर सिंह पर हुई कार्रवाई भाजपा का आंतरिक मामला है, पर संकट की इस घड़ी में मैं स्वाति के साथ हूं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सपा का नहीं, बल्कि उनका व्यक्तिगत बयान है।

दलितों के लिए मायावती दैवी आपदा

आगरा में पूर्व केंद्रीय मंत्री रामशंकर कठेरिया ने मायावती को दलितों के लिए दैवी आपदा तक कह दिया। बोले, मायावती कहती हैं अगर भाजपा दयाशंकर सिंह के खिलाफ मुकदमा कराती तो मेरा दिल जीत लेती, मगर हम तो कई बार उनका दिल जीत चुके हैं। मेरठ में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि गत दो वर्ष में प्रदेश में दलित उत्पीडऩ के 92 मामले हुए, किंतु मायावती कहीं नहीं पहुंची जबकि दादरी में इकलाख के परिवार को 11 लाख देने चली गईं।

क्या फर्क दयाशंकर व मायावती में : टिकैत

सिद्धार्थनगर में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि दयाशंकर ङ्क्षसह ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया जो ङ्क्षनदनीय है, मगर बसपा ने भी ठीक नहीं किया। इस हरकत के बाद दयाशंकर व मायावती में कुछ फर्क ही नहीं रहा।

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बांदा में नसीमुद्दीन सिद्दीकी के आवास की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ी

बहुजन समाज पार्टी के नेताओं के भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह के पत्नी तथा पुत्री के बारे में अपशब्दों के प्रयोग के मामले में आज भाजपा के प्रदेशव्यापी प्रदर्शन को देखते हुए बांदा में भी हलचल है। जिला प्रशासन ने नेता प्रतिपक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी के यहां के अलीगंज के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी है।एक डिप्टी एसपी, दो दारोगा तथा 12 सिपाहियों को उनके आवास पर तैनात किया गया है। भाजपाई इसी मामले को लेकर पार्टी कार्यालय में प्रदर्शन कर रहे हैं।

बसपा खुद फंस गई

दयाशंकर सिंह की जिस अभद्र भाषा को लेकर बसपा ने भाजपा को घेरने की कोशिश की, उसी मामले में वह खुद फंस गई। लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान बसपा के नेताओं ने दयाशंकर सिंह की बेटी और बहन के लिए जिस तरह की अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, उसने भाजपा को तुरंत पलटवार का मौका दे दिया है। दयाशंकर सिंह को पार्टी से निकालने के बावजूद मामले पर रक्षात्मक नजर आ रही भाजपा का रुख अब हमलावर हो गया। भाजपा दयाशंकर की बेटी और मां के साथ खड़ी हो गई है।केशव ने दी माया को कार्रवाई की चुनौती

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने बसपा प्रमुख मायावती को अपशब्दों का इस्तेमाल करने वाले बसपाइयों पर कार्रवाई करने की चुनौती दी है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अच्छा होता यदि अपशब्दों भरे नारों को सुनकर बसपा प्रमुख मायावती ने खुद नसीमुद्दीन सिद्दीकी समेत अन्य नेताओं पर एफआईआर दर्ज करवाई होती लेकिन वह उनको बचाने के लिए तर्क दे रही हैं। मौर्य ने कहा कि बसपा प्रमुख के मन में रंच मात्र भी स्त्री के प्रति सम्मान हो तो नसीमुद्दीन सिद्दीकी को विधान परिषद में पार्टी के नेता, बसपा महासचिव के पद और पार्टी से निष्कासित करें।

दयाशंकर की वापसी की संभावना से इनकार

भाजपा से निकाले गए दयाशंकर सिंह के परिवार पर बसपा नेताओं की अभद्र टिप्पणी के खिलाफ लखनऊ और बलिया में लोगों के प्रदर्शन के बीच दयाशंकर के भाजपा में वापसी की चर्चा भी शुरू हो गई है। हालांकि इस मामले में प्रदेश भाजपा ने साफ कर दिया है कि दयाशंकर के परिवार से पार्टी को हमदर्दी है लेकिन पार्टी में उनकी वापसी का सवाल नहीं उठता है। केशव मौर्य ने कहा कि यह प्रकरण खत्म हो चुका है।

बसपा के खिलाफ सड़क पर उतारा क्षत्रिय समाज
बसपा सुप्रीमो मायावती पर भाजपा नेता दयाशंकर सिंह द्वारा अभद्र टिप्पणी को लेकर माहौल गरमाता जा रहा है। एक तरफ बसपाई जहां जगह-जगह भाजपा और दयाशंकर सिंह के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, वहीं बलिया में क्षत्रिय समाज शुक्रवार को दयाशंकर सिंह के पक्ष में सड़क पर उतरा और बसपा के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। लखनऊ में पंचायत भी बुलाई गई है, जिसमें शामिल होने के लिए गुरुवार को जिले से बड़ी संख्या में क्षत्रिय समाज के लोग लखनऊ रवाना हुए।

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क्षत्रिय समाज के लोग लखनऊ में बसपा कार्यकर्ताओं द्वारा दयाशंकर सिंह के परिवारजनों के विरुद्ध अपशब्द कहे जाने से नाराज थे। अपशब्द कहे जाने के दौरान बसपा विधायक उमाशंकर ङ्क्षसह भी मौजूद थे। उनके खिलाफ भी समाज ने नाखुशी जाहिर की। क्षत्रिय समाज के छात्रनेताओं, अधिवक्ताओं व महिलाओं ने मायावती के खिलाफ नारे लगाए। छात्र नेताओं ने प्रमुख चौराहों पर मायावती का पुतला भी फूंका। छात्र नेताओं ने स्थानीय कोतवाली में मायावती के विरुद्ध तहरीर भी दी।


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