येदुरप्पा पर मुकदमा एक साजिश, सिद्धरमैया इस्तीफा दें
कर्नाटक में भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर एंटी करप्शन ब्यूरो के गलत उपयोग का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है। भाजपाइयों का आरोप है की येदुरप्पा को झूठा फंसाया जा रहा है।
बेंगलुरु। भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर एंटी करप्शन ब्यूरो के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए इस्तीफे की मांग की है। भाजपा नेताओं का आरोप है कि सिद्धरमैया जानबूझकर एंटी करप्शन ब्यूरो पर दबाव डालकर बीएस येदुरप्पा के साथ साथ विपक्ष के नेताओं पर झूठे मामले दर्ज करा रहे हैं। इस्तीफा मांगने वालों में पूर्व उप मुख्यमंत्री आर अशोक और सांसद शोभा करांदलाजे भी शामिल हैं।
सिद्धरमैया पर लगाए आरोप
शोभा करांदलाजे ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि सही मायनों में एसीबी कोई अलग बॉडी नहीं है। ये मुख्यमंत्री के नियंत्रण में ही काम करती है। इसीलिए मुख्यमंत्री सिद्धरमैया इसका इस्तेमाल विपक्षी नेताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कराने में कर रहे हैं। बता दें कि एसीबी ने हाल ही में येदुरप्पा के खिलाफ उनके मुख्यमंत्रित्व काल 2008 से 2012 के बीच हुए भूमि घोटाले का एक मामला दर्ज किया है। करांदलाजे का आरोप है कि यह रिपोर्ट मंत्री डीके शिवाकुमार के घर पर आयकर छापे के प्रतिशोध में दर्ज कराई गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि एसीबी भूमि अर्जन अधिकारी पर भी झूठे मामले में गवाही देने का दबाव डाल रही है।
एसीबी पर दबाव डालने का आरोप
बेंगलुरु विकास प्राधिकरण के एच बासवराजेंद्र ने राज्यपाल को पत्र भेजकर शिकायत की है कि उन पर येदुरप्पा के खिलाफ झूठी गवाही देने के लिए एसीबी दबाव डाल रही है। जब उन्होंने इंकार किया तो उन्हें भी इस मुकदमे में आरोपी बना दिया गया। हालांकि एसीबी की टीम ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि बासवराजेंद्र ने खुद को बचाने के लिए झूठी कहानी रची है। मामले को लेकर पूर्व उप मुख्यमंत्री आर अशोक का कहना है अधिकारी की ओर से की गई शिकायत से यह साफ पता चला रहा है कि येदुरप्पा पर दर्ज कराया गया मुकदमा पूरी तरह से राजनीतिक है।
येदुरप्पा ही मुख्यमंत्री पद के दावेदार
कर्नाटक में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में येदुरप्पा ही मुख्मंत्री पद के सबसे बड़े दावेदार हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि राजनीतिक कारणों से ही सिद्धरमैया उन्हें झूठे मामले में फंसाना चाहते हैं।