भाजपा ने संघ को दिया शिक्षा में बदलाव का भरोसा
संघ को सरकार की ओर से आश्वासन दिया गया है कि शिक्षा में भारतीयता और भारतीय गौरव का ध्यान रखा जाएगा। स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक इस लिहाज से परिवर्तन के प्रयास होंगे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। संघ को सरकार की ओर से आश्वासन दिया गया है कि शिक्षा में भारतीयता और भारतीय गौरव का ध्यान रखा जाएगा। स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक इस लिहाज से परिवर्तन के प्रयास होंगे।
भाजपा और संघ के दूसरे दिन की समन्वय बैठक में शिक्षा, संस्कृति और आंतरिक सुरक्षा पर चर्चा हुई। बैठक में गुरुवार को भी भाजपा का अधिकतर शीर्ष नेतृत्व मौजूद था। बताते हैं कि शिक्षा को लेकर चिंतित संघ की ओर से सुझाव आया कि मातृभाषा में ही प्रारंभिक शिक्षा की व्यवस्था होनी चाहिए और लंबी अवधि में भारतीय भाषाओं में ही उच्च शिक्षा के लिए भी समुचित प्रबंध होने चाहिए। सूत्रों के अनुसार शिक्षामंत्री स्मृति ईरानी ने बताया कि सरकार इस दिशा में प्रयास कर रही है। शिक्षा नीति में बदलाव के लिए गांव और ब्लाक स्तर से भी सुझाव मंगाए जा रहे हैं। जल्द ही उसे रूप दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार इतिहास के भारतीय हीरो को प्रचारित करेगी ताकि लोग अपने इतिहास को ज्यादा अच्छी तरह समझ सकें।
सूत्रों का कहना है कि आंतरिक सुरक्षा पर चर्चा हुई। संघ की चिंता कश्मीर को लेकर थी। उन्हें बताया गया कि कश्मीर को लेकर सरकार विशेष प्रयास कर रही है। विकास के सहारे अलगाववादियों को अलग-थलग करने की भी कोशिश है। संघ ने सुझाव दिया है कि कश्मीर में जनता को जागरुक करने का भी अभियान चलना चाहिए और बताया जाना चाहिए कि विकास ही उनकी दशा बदल सकता है। सरकार ने बताया कि पीडीपी को भी संकेत दे दिया गया है। इसका प्रभाव उस वक्त दिखा भी था जब पाकिस्तान के साथ एनएसए स्तर की वार्ता होने वाली थी। सरकार की ओर से उन्हें बताया गया कि सरकार हर मुद्दे को उसकी अहमियत के अनुसार सख्ती या नरमी के साथ लेकिन ठोस रूप से दुरुस्त करने में जुटी है। बताते हैं कि संघ की चिंता बढ़ रहे सीजफायर उल्लंघन को लेकर थी। सूत्रों के अनुसार रक्षा मंत्री मनोहर परिक्कर ने भी सीमा की स्थिति पर जानकारी दी। नक्सलवाद भी चर्चा में आया और संघ ने नक्सलवाद में भर्ती हो रहे नए लोगों को लेकर चिंता जताई।
बताते हैं कि बैठक के आखिरी दिन शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दोपहर को कुछ देर के लिए आएंगे। माना जा रहा है कि तीन दिन की बैठकों में संघ की ओर से आए सुझावों पर प्रधानमंत्री भी कुछ विचार रखेंगे।