लोकसभा में बोफोर्स मामले की फिर से जांच कराने की मांग उठी
पार्टी ने कहा कि बोफोर्स तोप सौदे की उचित तरीके से जांच कराई जानी चाहिए और देश को असली सच की जानकारी मिलनी चाहिए।
नई दिल्ली, प्रेट्र। लंबे समय बाद एक बार फिर लोकसभा में बोफोर्स मुद्दा उठा। भाजपा ने सोमवार को कांग्रेस को घेरने के लिए इस मुद्दे को उठाया। पार्टी ने कहा कि बोफोर्स तोप सौदे की उचित तरीके से जांच कराई जानी चाहिए और देश को असली सच की जानकारी मिलनी चाहिए।
लोकसभा में भाजपा सदस्यों द्वारा मुद्दा उठाने के बाद संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने इस मांग का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा छाया हुआ था और यदि कांग्रेस सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी के पक्ष में खड़ा दिखना चाहती है तो उसे जांच का समर्थन करना चाहिए। सदन में यह मुद्दा भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी और निशिकांत दुबे ने उठाया था।
स्वीडन के वरिष्ठ अधिकारी स्टेन लिंडस्ट्रॉम के कथन का भाजपा सदस्यों ने उल्लेख किया। स्वीडन के इसी अधिकारी ने भारत और स्वीडन के बीच 1986 के तोप सौदे में हुए कथित घोटाले की जांच की थी। इस घोटाले में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी नाम आया था। कुमार ने कहा कि स्वीडन के अधिकारी ने कहा था कि उसके पास ढेर सारे सुबूत हैं। सारे सुबूत भारत को सौंप दिए गए हैं और जितना पहले सोचा गया था उससे कहीं ज्यादा रिश्वत दी गई थी।
केंद्रीय मंत्री ने सदन से बाहर कहा, 'पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी इसमें शामिल थे। इसकी गहन जांच होनी चाहिए। देश को पूरे सच की जानकारी मिलनी चाहिए।' कांग्रेस को इस मुद्दे से नहीं भागना चाहिए क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है।
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