बर्फीली हवा और कोहरे से कांपे हाड़, 42 की मौत
उत्तर भारत के सभी राज्यों में हाड़कंपाऊ ठंड जोरों पर है। घना कोहरा परेशानी का कारण बना हुआ है। बृहस्पतिवार को राजधानी समेत सौ से अधिक ट्रेनों के आवागमन पर प्रभाव पड़ा तो आठ उड़ानों में भी विलंब हुआ। अत्यधिक ठंड और धुंधजनित हादसे की वजह से 42 लोगों की
नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। उत्तर भारत के सभी राज्यों में हाड़कंपाऊ ठंड जोरों पर है। घना कोहरा परेशानी का कारण बना हुआ है। बृहस्पतिवार को राजधानी समेत सौ से अधिक ट्रेनों के आवागमन पर प्रभाव पड़ा तो आठ उड़ानों में भी विलंब हुआ। अत्यधिक ठंड और धुंधजनित हादसे की वजह से 42 लोगों की जान चली गई। पहाड़ी राज्यों में अनेक जगहों पर पारा शून्य से नीचे जाने से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। डल झील और अनेक जलस्त्रोत जम चुके हैं। भीषण सर्दी के अगले एक हफ्ते तक यूं ही बने रहने के आसार हैं।
दिल्ली और उत्तर प्रदेश में अन्य दिनों की तुलना में बेहतर धूप निकली जिससे लोगों को कुछ राहत मिली। उत्तर प्रदेश का शाहजहांपुर 2.5 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा रहा। पूरे प्रदेश में ठंड से 35 लोगों के मरने की सूचना है। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पंजाब और हरियाणा में सर्द हवाओं ने दिक्कतें बढ़ा दी। पंजाब में कोहरे की वजह से हुए सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। अमृतसर में पारा 3.2 डिग्री तो हरियाणा के नारनौल में 3.3 डिग्री सेल्सियस रहा। हरियाणा में एक बच्ची समेत चार लोगों की मौत हुई। राजस्थान में कोहरे से सड़क यातायात पर बेहद असर पड़ा। झारखंड में गिरिडीह जिला सबसे ठंडा रहा। यहां तापमान 3.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
उत्तराखंड में हाल में बर्फ से लकदक हुई चोटियों पर जमा बर्फ की चादर अब धूप निखरने से पिघलने लगी है। इसी के साथ वहां से ठंडक लेकर आ रही बर्फीली बयार सूबेभर को हलकान करने लगी है। सर्द हवा के डेरा डालने से धूप की गर्माहट भी ज्यादा महसूस नहीं हो रही। चमोली के 550 गांवों में अब भी बर्फबारी के बाद क्षतिग्रस्त हुई बिजली की लाइनों के कारण अंधेरा छाया हुआ है। हिमाचल प्रदेश में भारी संख्या में पहुंचे पर्यटकों ने क्रिसमस की छुट्टी का लुत्फ उठाया। जम्मू-कश्मीर का लद्दाख -10 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे सर्द रहा। मशहूर डल झील का पानी पूरी तरह से जम चुका है।