40 हिंदू परिवारों ने कहा - 'हमारे पास ही रहेगा इकलाख का परिवार'
बिसाहड़ा गांव को सांप्रदायिक राजनीति का अड्डा बनाने की कोशिश पर ग्रामीण पानी फेरने में जुटे हैं। सोमवार सुबह 40 हिंदू परिवार इकलाख के परिजन से मिलने पहुंचे और आग्रह किया कि वह गांव छोड़कर नहीं जाएं। हिंदू परिवारों ने इकलाख की मौत पर दुख जताया और कहा कि जो
नोएडा । बिसाहड़ा गांव को सांप्रदायिक राजनीति का अड्डा बनाने की कोशिश पर ग्रामीण पानी फेरने में जुटे हैं। सोमवार सुबह 40 हिंदू परिवार इकलाख के परिजन से मिलने पहुंचे और आग्रह किया कि वह गांव छोड़कर नहीं जाएं। हिंदू परिवारों ने इकलाख की मौत पर दुख जताया और कहा कि जो हुआ है वह बेहद दुखद है। इकलाख के परिजन को ग्रामीणों ने भरोसा दिलाया कि उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पूरे गांव की है।
उल्लेखनीय है कि गोहत्या के विरोध में बीते 28 सितंबर को इकलाख की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद नेताओं ने गांव में राजनीति का अखाड़ा बना दिया। सांप्रदायिक हिंसा के बाद ग्रामीणों ने सौहार्द का माहौल एक बार फिर से बनाने की पहल शुरू कर दी है।
रविवार रात और सोमवार को पूरे दिन बिसाहड़ा, चिटहेरा और ऊंचा अमीरपुर गांव में जगह-जगह पंचायत हुई। पंचायत कर बुजुर्गों ने ग्रामीणों से अपील की है कि अब मामला पूरा तरह से शांत हो गया है। किसी को भी कानून हाथ में लेने की जरूरत नहीं है। बुजुर्गों ने कहा कि इस मामले में अब उग्र होने की जरूरत नहीं है, कानून अपना काम कर रहा है।
गांव में कायम हो रहा पहले जैसा माहौल
सोमवार को एक हफ्ते की लंबी छुट्टी के बाद गांव के बच्चे स्कूल गए। गांव में दूध की सप्लाई आई। हालांकि पुलिस की बैरीकेङ्क्षटग होने की वजह से पूछताछ के बाद किसी भी अज्ञात व्यक्ति को गांव के अंदर दाखिल होने दिया गया। वहीं कतार में आने वाली गाडिय़ों को गांव के अंदर नहीं आने दिया गया। पुलिस गांव के हर गेट पर तैनात है। जिले के हर थाने की पुलिस गांव में दिन-रात गश्त कर रही है।
जिलाधिकारी ने निभाई अहम भूमिका
डीएम एनपी सिंह ने बिसाहड़ा कांड में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद सौहार्द का माहौल पैदा करने में अहम भूमिका निभाई है। डीएम ने रविवार रात इकलाख के घर वाली गली में हिंदू और मुसलमान समुदाय के दर्जनों परिवारों को एकत्र कर वार्ता कराई। उन्होंने दोनों समुदाय के लोगों से कहा कि जो भी हुआ है वह बहुत दुखद है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि गांव में अब कभी पहले जैसा माहौल नहीं होगा। डीएम की अपील पर दोनों समुदाय के प्रण लिया है कि अब वह मिलजुल कर रहेंगे।
नेताओं के खिलाफ जांच शुरू
बिसाहड़ा गांव पहुंचकर बयानबाजी करने वाले और सभा करने वाले नेताओं के खिलाफ प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जिला प्रशासन ने मामले की जिम्मेदारी एलआइयू को सौंपी है। एलआइयू से कहा गया है कि बयानबाजी और सभा की वीडियो एकत्र करें और अखबारों की कटिंग काटे।
हर पहलु से जांच करने के बाद भड़काऊ भाड़ण देने वाले और सभा कर लोगों को भड़काने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अब तक बिसाहड़ा में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मुजफ्फनगर दंग के आरोपी संगीत सोम, असददुद्दीन ओवैसी, केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा, बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दकी आ चुके है।
आज जाएगी अंतरराष्ट्रीय हिंदू सेना
अंतरराष्ट्रीय हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत आदित्य कृष्ण गिरी सोमवार को ग्रेटर नोएडा पहुंचे। उन्होंने जिलाध्यक्ष गिरीश कौशिक और अन्य कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया है कि मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय हिंदू सेना के कार्यकर्ता बिसाहड़ा गांव में जाएंगे और सभा को संबोधित करेंगे।