लालू को मिली क्लीन चिट: मुख्य सचिव ने कहा-नहीं हुआ कोई मिट्टी घोटाला
राजद अध्यक्ष लालू यादव के परिवार पर लगे मिट्टी घोटाले के आरोपों को खारिज करते हुए आज मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने क्लीन चिट देते हुए कहा है कि कोई घोटाला नहीं हुआ है।
पटना [जेएनएन]। मिट्टी घोटाले में घिरे लालू यादव के परिवार को बड़ी राहत मिली है। मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने मिट्टी घोटाले के आरोप में लालू परिवार को क्लीन चिट दे दी है। मुख्य सचिव ने कहा है कि राज्य में कोई मिट्टी का घोटाला नहीं हुआ है।
मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह के स्तर सेे उस प्रकरण की जांच पूरी हो गयी है जिसके तहत भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने यह आरोप लगाया था कि पटना जू के लिए अस्सी लाख रुपये के मिट्टी की खरीद लालू प्रसाद के बेली रोड में निर्माणाधीन मॉल से की गयी है। उनके पुत्र वन एवं पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव के प्रभाव का इस खरीद में इस्तेमाल किया गया।
मुख्य सचिव ने कहा कि सभी दस्तावेजों को देखा गया तो यह बात सामने आयी कि मिट्टी खरीद केवल नौ लाख की ही हुई है। मिट्टी की राशि, उसे निकालने, चिडिय़ाघर तक पहुंचाने व जमीन भरने में कुल मिलाकर 41 लाख रुपये खर्च हुए। अस्सी लाख नहीं बल्कि 41 लाख रुपये ही मिट्टी क्रय पर खर्च हुए हैैं।
पंद्रह दिन पूर्व मुख्य सचिव के स्तर से जू मिट्टी प्रकरण की पूरी फाइल मंगाई गयी थी। मुख्य सचिव ने इस मामले की जांच करायी कि मिट्टी क्रय में अस्सी लाख रुपये खर्च हुए हैैं या नहीं। किसी के प्रभाव व घोटाले का एंगल भी देखा गया। मुख्य सचिव ने कहा कि जू के लिए मिट्टी के क्रय में प्रक्रिया का पूरा ख्याल रखा गया है। एयरपोर्ट ऑथिरिटी के आग्रह पर जिन जगहों पर पेड़ काटे गए थे उन जगहों पर मिट्टी डालकर वहां पौधेे लगाए जा रहे हैैं।
मुख्य सचिव ने कहा कि उन्होंने संबंधित महकमे को यह निर्देश दिया है कि वह इसकी जांच करा लेे कि मिट्टी कहां से लायी गयी है। वहीें इस बाबत पटना जू में मिट्टी पहुंचाने वाले संवेदक का कहना है कि उसने अलग-अलग जगहों से मिट्टी लेकर चिडिय़ाघर पहुंचाई है।
मालूम हो कि चिडिय़ाघर में मिट्टी पहुंचाए जाने वाले प्रकरण में पिछले दिनों लालू प्रसाद यह कह चुके हैैं कि निर्माणाधीन मॉल की मिट्टी दानापुर और फुलवारीशरीफ स्थित कब्रिस्तान में भेजी गयी है।
बता दें कि पटना में बन रहे एक मॉल की मिट्टी को जू में लगाने को लेकर सुशील मोदी ने लालू यादव समेत उनके परिवार पर बड़े आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा बड़े पैमाने पर पैसे की हेराफेरी हुई है।
वहीं, सुशील मोदी इस घोटाले को उजागर करने में लगातार प्रेस कांफ्रेंस कर लालू के परिवार पर हमलावर रहे हैं। आज भी सुशील मोदी इस बारे में नया खुलासा किया है, लेकिन इस बीच राज्य के मुख्य सचिव ने लालू पर लगे आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें क्लीन चिट दे दिया है।
बता दें कि सुशील मोदी ने 90 लाख के मिट्टी घोटाले का आरोप लगाया है, इसका जवाब देते हुए राज्य के मुख्य सचिव ने कहा है कि 9 लाख की मिट्टी का उपयोग हुआ है कोई घोटाला नहीं हुआ है। मुख्य सचिव की रिपोर्ट आने के बाद राजद विधायक शक्ति सिंह यादव ने कहा है कि सुशील मोदी का झूठ अब सामने आ गया है। अब सुशील मोदी को इस्तीफा दे देना चाहिए और जनता से माफी मांगनी चाहिए।
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सुशील कुमार मोदी ने मिट्टी घोटाला मामले में सुशील मोदी से कई तरह के सवाल पूछे हैं
- रेल मंत्री बनने के चार महीने के भीतर ही रेलवे बोर्ड से रांची व पुरी के दो होटलों को लीज पर देने का फैसला क्यों कराया गया?
- बोर्ड के निर्णय के चार महीने के अंदर ही हर्ष कोचर ने प्रेमचंद गुप्ता की कंपनी डिलाइट मार्केटिंग को 2 एकड़ जमीन पटना में रजिस्ट्री क्यों कर दिया?
- आखिर प्रेमचन्द गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता व पुत्र गौरव गुप्ता ने अपने सारे शेयर और डायरेक्टरशिप को छोड़ कर अपनी कम्पनी जमीन सहित लालू परिवार को क्यों सौंप दिया?
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- नोटबंदी के ठीक चार दिन बाद ही 12 नवम्बर, 2016 को डिलाइट मार्केटिंग कम्पनी का नाम बदल कर लारा (ला-लालू, रा-राबड़ी) प्रोजेक्टस प्रा. लि. क्यों कर दिया गया?
- क्या आज उसी जमीन पर लालू परिवार बिहार का सबसे बड़ा मॉल (करीब 5 लाख स्क्वायर फिट) का निर्माण राजद विधायक सैयद अब्दुल दोजाना की कम्पनी मेरिडियन कंस्ट्रक्शन नहीं करा रही है?