सतह पर दिखी हरियाणा कांग्रेस की अंदरुनी लड़ाई
मोदी सरकार के भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ रैली में एकजुट हुए कांग्रेसियों की आपसी वर्चस्व की लड़ाई भी सतह पर साफ दिखी। खासतौर पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर के समर्थक अलग-अलग वेशभूषा में आए थे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मोदी सरकार के भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ रैली में एकजुट हुए कांग्रेसियों की आपसी वर्चस्व की लड़ाई भी सतह पर साफ दिखी। खासतौर पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर के समर्थक अलग-अलग वेशभूषा में आए थे।
वैसे गुलाबी पगड़ी से साथ आए हुड्डा समर्थक संख्या बल में तंवर के तिरंगी पगड़ी वाले समर्थकों पर भारी पड़ गए। मंच पर बैठे कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता नीचे हरियाणा कांग्रेस के बीच चल रही वर्चस्व की लड़ाई के दर्शक रहे। हुड्डा के मंच पर आने या फिर दीपेंद्र हुड्डा के सोनिया-राहुल को शाल ओढ़ाने के समय उनके समर्थकों ने जमकर तालियां बजाई। हालत यह हो गई कि हुडा समर्थकों ने अशोक तंवर का बोलना तक मुहाल कर दिया।
अशोक तंवर जैसे ही खड़े हुए हुड्डा समर्थकों ने हाथ हिला-हिलाकर उन्हें हूट करना शुरू कर दिया। हाल ही में भाजपा के हाथों करारी हार झेल चुके हरियाणा के नेताओं की आपसी लड़ाई वरिष्ठ नेताओं को रास नहीं आई। रैली में मौजूद कांग्रेस के दो युवा नेताओं ने हुड्डा और तंवर समर्थकों की हरकत को बेवकूफी करार दिया।
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