अप्रैल फूल की सियासी चुटकी, मोदी-केजरी निशाने पर
अप्रैल माह की पहली तारीख को मूर्ख दिवस के तौर पर मनाया जाता है और अमूमन हर कोई इससे वाकिफ भी है। लेकिन, इस बार देशभर में मूर्ख दिवस के अवसर पर सियासी चुटकी खासतौर पर ली जा रही है। व्हाट्स एप से लेकर सोशल मीडिया तक पे मोदी और
नई दिल्ली। अप्रैल माह की पहली तारीख को मूर्ख दिवस के तौर पर मनाया जाता है और अमूमन हर कोई इससे वाकिफ भी है। लेकिन, इस बार देशभर में मूर्ख दिवस के अवसर पर सियासी चुटकी खासतौर पर ली जा रही है। व्हाट्स एप से लेकर सोशल मीडिया तक पे मोदी और केजरीवाल को लेकर चुटकुले चल रहे हैं।
अप्रैल फूलः इतिहास में दर्ज मूर्ख बनाने के खास मौके
सियासी हलके में भी चुटकियां ली जा रही हैं और इस सिलसिले में केंद्र और राज्यों में बुरी हार के बाद तिलमिलाए कांग्रेसी नेता भी आगे हैं। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर 'फेकू' शब्द का इस्तेमाल किया है जिसमें इशारा केंद्र सरकार की ओर है।
इस बीच दिल्ली की सड़कों पर लगे नए पोस्टर्स ने विवाद को जन्म दे दिया है। इन पोस्टर्स में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा गया है और एक अप्रैल को 'केजरीवाल दिवस' बताया जा रहा है।
इन पोस्टर्स को लगाने वाला भगत सिंह क्रांति सेना है। मंगलवार की देर रात लगाए गए इन पोस्टर्स में अरविंद केजरीवाल की तस्वीर है, जिसके साथ लिखा गया है, 'आप सभी दिल्लीवासियों को एक अप्रैल केजरीवाल दिवस की हार्दिक बधाई।' पोस्टर में केजरीवाल की जो तस्वीर लगी है, उसमें वह राजघाट पर बैठे हैं। यह वही तस्वीर है, जब एक रैली के दौरान केजरीवाल को दिल्ली में थप्पड़ मारा गया था और जिसके बाद वह राजघाट पर जाकर मौन बैठे थे।
गौरतलब है कि भगत सिंह क्रांति सेना की ओर से अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर यह पहला हमला नहीं है। इससे पहले कश्मीर मुद्दे पर प्रशांत भूषण के जनमत संग्रह संबंधी बयान पर जिस शख्स ने भूषण के ऑफिस में घुसकर उनसे मारपीट की थी, वह भी भगत सिंह क्रांति सेना से ही ताल्लुक रखता है।