केरल: विधानसभा सत्र से पहले विधायकों ने नाश्ते में खाया बीफ
केरल विधानसभा के विशेष सत्र से पहले विधायकों ने कैंटीन में बीफ का ब्रेकफास्ट किया।
तिरुवनंतपुरम, जेएनएन। केंद्र सरकार की तरफ से पशु-बिक्री खरीद पर जारी नोटिफिकेशन को लेकर कई राज्यों में घमासान छिड़ा हुआ है। विरोधी दल इस नियम के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। उधर, केरल सरकार ने केंद्र के इस फैसले के विरोध में विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाया। लेकिन, इस विशेष सत्र से पहले केरल के विधायकों ने विधानसभा की कैंटीन में बीफ का ब्रेकफास्ट किया।
विधानसभा की कैंटीन के एक कर्मचारी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया 'विधानसभा सत्र के दौरान आमतौर पर सुबह 11 बजे के बाद ही बीफ परोसा जाता था। लेकिन आज हम सुबह ही 10 किलो बीफ लेकर आए थे। कई विधायकों ने विधानसभा सत्र से पहले बीफ फ्राई खाया।'
केंद्र के खिलाफ प्रस्ताव पारित
केरल विधानसभा में केंद्र के नोटिफिकेशन के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर दिया गया। राज्य के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने ट्वीट कर कहा 'केरल विधानसभा के विशेष सत्र में केंद्र सरकार की ओर से राज्यों के अधिकार हनन के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया। संसद को राज्यों के अधिकारों को लेकर कानून पारित करने का अधिकार नहीं है।' वहीं केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वी एस अच्युतानंदन ने भी इस नोटिफिकेशन को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा।
केरल हाइकोर्ट से भी नहीं मिली राहत
इस मुद्दे को लेकर केरल सरकार हाइकोर्ट तक पहुंची थी। लेकिन केरल हाई कोर्ट ने भी पशु बिक्री-खरीद पर निए नियमों को लेकर जारी केंद्र के नोटिफिकेशन पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। बुधवार को इस मुद्दे से संबंधित याचिका पर सुनवाई के लिए राजी होने के बाद हाइकोर्ट ने स्टे देने से इनकार कर दिया। हां, हाइकोर्ट ने केंद्र से इस मामले में विस्तार से जवाब देने को जरूर कहा है।
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