क्योटो की तर्ज पर बनारस, मोदी के 'हृदय' से खिलेगी काशी
बनारस को निखारने की जो काम चल रहा था वो बस अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। ये सब पीएम मोदी के पहल की वजह से हो पाया है।
सुरेंद्र प्रसाद सिंह, नई दिल्ली। बनारस की सड़कों से अब काशी की विरासत झलकेगी। क्योटो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनारस का जो सपना देखा था, अब उसमें रंग भरना शुरु हो गया है। अतिक्रमण, जाम, गंदगी और बदइंतजामी में गुम हुआ बनारस अब अपनी विरासत के साथ एक बार फिर चमकने वाला है। प्राचीन शहर को निखारने की तैयारियों को न सिर्फ अंतिम रूप दे दिया गया है, बल्कि उस पर तेजी से अमल होने लगा है। बनारस को अपनी प्राचीन विरासत के साथ निखारने के लिए मोदी ने खुद पहल की है।
बनारस के प्राचीन ढांचे से छेड़छाड़ किये बगैर उसकी सड़कों को थीम के आधार पर विकसित किया जाएगा। क्योटो की प्राचीन थाती को संजोते हुए शहर को विकसित किया गया है। उसी क्योटो की तर्ज पर बनारस को सजाया व संवारा जा रहा है। इसके पहले चरण में हेरिटेज सिटी डवलपमेंट एंड अगमेंटेशन (हृदय) योजना के तहत शहर की प्रमुख 34 सड़कों को विकसित किया जाएगा। इन सड़कों पर विरासत के चिन्ह होंगे, जो शहर में आने वालों को लुभाएंगी।
शहर की सड़कें थीम आधारित होंगी। सुंदरपुर से संकट मोचन वाया साकेत नगर वाली सड़क 'लार्ड हनुमान' की थीम से युक्त होगी। सड़क से गुजरने वाले को हर कदम महावीर बजरंग बली के विभिन्न रूपों व चौपाइयों का दर्शन होता रहेगा। सड़क का 60 फीसद काम हो चुका है। लार्ड विष्णु की थीम वाली सड़क मछोदरी पार्क के पश्चिमी गेट से प्राइमरी स्कूल तक जाएगी, जिसका 80 फीसद निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
'मन चंगा तो कठौती में गंगा' वाले संत रविदास की थीम पर जीटी रोड से भैंसासुर घाट तक की सड़क को विकसित किया जा रहा है। अभी सड़क का 30 फीसद काम ही हो पाया है। फेस्टिवल आफ नव दुर्गा की थीम पर तैयार हो रही सड़क सरैया पुलिस स्टेशन से हनुमान मंदिर होते हुए शैलपुत्री तिहारा तक जाएगा। सड़क का निर्माण कार्य भी प्रारंभिक अवस्था में है। द्वादश ज्योतिर्लिग की थीम वाली सड़क कमच्छा हनुमान मंदिर से काली जी मंदिर तक बनना शुरु हुआ है।
हृदय योजना वाली सड़कों का निर्माण कार्य को तेजी से बनाने पर जोर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र होने के नाते इसे और तेज किया गया है। 'योग क्रिया और गुरुधाम' की थीम से विकसित सड़क को गुरुधाम से राम मंदिर तक जाएगी। 'भारत और देश प्रेम' से ओतप्रोत बनने वाली सड़क घंटी मिल रोड को विकसित किया जाएगा। इसी तरह भेलूपुर, नरिया, भदैनी चंद्रा जैन रुट को जैन धार्मिक स्थल के रूप में सजाया व संवारा जाएगा। अतुलानंद तिराहा और गिलट बाजार सर्किल को बनारस की विरासत को रूप दिया जाएगा।
रामकटोरा और कबीर चौरा चौराहा को 'बनारस की संगीत' के प्रतीक में तब्दील किया जाएगा। लहर तारा सर्किल को संत कबीर' थीम का रूप दिया जाएगा। शहर की अन्य प्रमुख सड़कों जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया गया है। शहरी विकास मंत्रालय इसे लेकर इस कदर गंभीर है कि सिर्फ एक शहर के विकास के लिए संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी को वहां का प्रभारी बना दिया गया है।