प. बंगाल के राज्यपाल पर ममता का हमला, कहा-केंद्र की भाषा बोल रहे हैं
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सेना के बाद अब राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी पर निशाना साधा है।
कोलकाता, (जागरण संवाददाता)। पश्चिम बंगाल के 19 टोल प्लाजा पर सैनिकों की तैनाती को लेकर ममता सरकार के साथ चल रहे विवाद के बीच सेना ने 72 घंटे का अपना नियमित अभ्यास पूरा कर सैनिकों को वापस बुला लिया। सैनिक तो टोल प्लाजा पर वाहनों का आंकड़ा संग्रह करने के बाद अपने-अपने बैरकों में लौट गए, लेकिन इस मसले पर तृणमूल कांग्रेस की सियासत जारी है।
एक ओर पालसिट में तृणमूल की महिला मोर्चा ने विरोध-प्रदर्शन किया तो दूसरी ओर तृणमूल के नेता व मंत्री शनिवार को राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से मिले और उन्हें ज्ञापन सौंपा।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने सेना के इस अभ्यास को लेकर नाराजगी जताई थी। इसके विरोध में वह 30 घंटे तक राज्य सचिवालय स्थित अपने दफ्तर में बैठी रहीं। उन्होंने पश्चिम बंगाल में तख्तापलट की कोशिश तक का आरोप लगा दिया। सेना के बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी जमकर भड़ास निकाली।
ममता ने गुरुवार को पहले आरोप लगाया कि बिना सूचना के सेना को तैनात कर दिया गया। जब सेना ने सूचना दिए जाने के प्रमाण दिए तो बिना अनुमति सेना की तैनाती का आरोप लगाया गया। राज्यपाल से लेकर राष्ट्रपति तक से इसकी शिकायत की गई।
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मुख्यमंत्री व राज्यपाल आमने-सामने
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सेना के बाद अब राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल केंद्र सरकार की भाषा बोल रहे हैं। राज्य में टोल प्लाजा पर सेना की तैनाती के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार से नाराज मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें बयान देने से पहले सभी जानकारी की जांच कर लेनी चाहिए।
गौरतलब है कि राज्यपाल ने राज्य सरकार से कहा है कि उसे सेना के खिलाफ कुछ भी कहने से बचना चाहिए। राज्यपाल ने शनिवार को सख्त लहजे में कहा कि भारतीय सेना को बदनाम करने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए।
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