कर्ज वसूली के लिए बैंक ने किया बायोमास प्लांट पर कब्जा
कर्ज वसूली के लिए इंडियन ओवरसीज बैंक बैंक ने एक बायोगैस संयंत्र पर कब्जा किया है। ईंधन की कमी के चलते बंद इस बायोगैस से बैंक ऋण की वसूली करेगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। इंडियन ओवरसीज बैंक ने कर्ज की वापसी न होने के कारण ओरियंट ग्रीन पावर कंपनी के एक बायोमास का कब्जा ले लिया है। ईंधन न मिलने की वजह से यह प्लांट बंद पड़ा है। कंपनी यह प्लांट को बेचकर कर्ज का मामला निपटाने पर विचार कर रही है।
कंपनी ने बीएसई को जानकारी दी है कि उसके पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी ग्लोबल पावर टेक इक्विपमेंट (जीपीटीएल) के बायोमास प्लांट का बैंक ने क ब्जा ले लिया है। बैंक ने कर्ज की मूल राशि और ब्याज की अदायगी न होने की वजह से यह कदम उठाया है। कंपनी के अनुसार उसे बैंक की ओर से एक पत्र मिला है जिसमें जीपीटीएल की संपत्ति अधिग्रहीत किए जाने की जानकारी दी गई है।
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कंपनी का यह बायोमास प्लांट लंबे अरसे से बंद पड़ा है क्योंकि इसके लिए नजदीक में उचित मूल्य पर ईंधन नहीं मिल पा रहा है। इसी वजह से कंपनी बैंक के कर्ज और ब्याज का भुगतान नहीं कर पा रही है। जीपीटीएल यह मसला सुलझाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। कंपनी इस प्लांट को बेचने के बारे में भी विचार कर रही है।
ओरियंट ग्रीन पावर रिन्यूएबल एनर्जी पावर प्लांट विकसित करती है और संचालित करती है। इस समय वह विभिन्न चरणों में बायोमास, बायोगैस, विंड एनर्जी और स्मॉल हाइड्रोइलैक्टि्रकके कई प्रोजेक्टों पर काम कर रही है। फरवरी तक कंपनी के संचालित प्रोजेक्टों की स्थापित क्षमता 535.23 मेगावाट थी। इसमें विंड एनर्जी के 429.23 मेगावाट और बायोमास प्रोजेक्ट 106 मेगावाट के थे।