मसर्रत आलम की रिहाई पर रोक
हिंसक प्रदर्शनों में सक्रिय भूमिका निभाने वाले मसर्रत आलम फिलहाल जिला बांडीपोर के सुंबल पुलिस स्टेशन में बंद हैं।
श्रीनगर, जेएनएन। कट्टरपंथी मुस्लिम लीग के चेयरमैन मसर्रत आलम की रिहाई पर अदालत ने 27 फरवरी तक रोक लगा दी है। कश्मीर घाटी में वर्ष 2008 और 2010 के हिंसक प्रदर्शनों में सक्रिय भूमिका निभाने वाले मसर्रत आलम फिलहाल जिला बांडीपोर के सुंबल पुलिस स्टेशन में बंद हैं।
मसर्रत को पुलिस ने वर्ष 2015 में दर्ज एक मामले में हिरासत में लिया है। मुस्लिम लीग ने गिरफ्तारी को अनुचित ठहराते हुए मामला खारिज करने और जमानत देने को लेकर याचिका दायर की थी। बांडीपोर के सीजेएम ने मसर्रत को जमानत पर रिहा किया था। पुलिस ने जमानत के खिलाफ सेशन जज की अदालत में अपील दायर की। सेशन जज ने पुलिस की याचिका का संज्ञान लेते हुए 27 फरवरी तक जमानत पर रोक लगा दी।
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