फट गई बहादुर शाह जफर की अचकन
अंतिम मुगल बादशाह बहादुरशाह जफर की अचकन फट गई है और मुमताज बेगम के घाघरे के एक भाग को दीमक ने नुकसान पहुंचा दिया है। ये वस्त्र लालकिला स्थित मुमताज महल संग्रहालय में रखे गए हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने इन वस्त्रों का कैमिकल
नई दिल्ली [राज्य ब्यूरो]। अंतिम मुगल बादशाह बहादुरशाह जफर की अचकन फट गई है और मुमताज बेगम के घाघरे के एक भाग को दीमक ने नुकसान पहुंचा दिया है। ये वस्त्र लालकिला स्थित मुमताज महल संग्रहालय में रखे गए हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने इन वस्त्रों का कैमिकल ट्रीटमेंट कराने का काम शुरू कर दिया है। इस कार्य को अगले तीन माह में पूरा कर लिया जाएगा। इस से वस्त्रों को बचाया जा सकेगा।
ज्ञात हो कि अंतिम मंगल बादशाह बहादुरशाह व उनकी बेगम मुमताज महल के वस्त्र लालकिला के मुमताज महल संग्रहालय में रखे गए हैं। मुमताज महल का संग्रहालय उसी स्थान पर बनाया गया है, जहां मुमताज महल का महल था।
इस संग्रहालय में बहादुर शाह की अचकन सहित अन्य वस्त्र व वस्तुओं के अलावा उनकी बेगम के वस्त्रों में उनकी अंगिया व घाघरा रखे हैं। इसके अलावा उनके जीवन काल से संबंधित अन्य वस्तुएं व दस्तावेज यहां प्रदर्शित किए गए हैं। मगर विभाग की लापरवाही से अचकन बीच से फट गई है। इसका कारण अचकन को हैंगर पर टांग दिया जाना बताया जा रहा है।
इसी प्रकार देखरेख के अभाव में मुमताज महल के घाघरे के एक भाग में दीमक लग गई है। निरीक्षण के दौरान वस्त्रों के खराब होने की बात सामने आई है। इस पर एएसआइ ने सभी वस्त्रों का कैमिकल ट्रीटमेंट कराने का फैसला लिया है।
एएसआइ के अतिरिक्त महानिदेशक डा. बीआर मणि कहते हैं कि विभाग समय-समय पर वस्त्रों का कैमिकल ट्रीटमेंट कराता रहता है। पुराने हो जाने के कारण मुमताज महल संग्रहालय में रखे गए कुछ वस्त्रों में कुछ नुकसान होने की बात सामने आई है।
उन्होंने कहा कि वस्त्रों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। बहादुरशाह जफर की अचकन के लिए अलग से व्यवस्था बनाई जाएगी।