जवाद ने साधा आजम व मुलायम पर निशाना
लखनऊ। शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे तथा उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खां के बीच चल रहा छत्ती
लखनऊ। शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद तथा उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खां के बीच चल रहा छत्तीस का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है। मौलाना जवाद ने कल फिर इशारों ही इशारों में मंत्री आजम खां के साथ ही इस बार मुलायम सिंह यादव को भी निशाने पर लिया है।
मौलाना ने लखनऊ में एक कार्यक्रम में बिना नाम लिए कहा कि इन नेताओं ने बाबरी मस्जिद की शहादत के बाद उसकी एक-एक ईट की कीमत वसूल की है। रामपुर में जौहर विश्वविद्यालय की ओर इशारा करते हुए कहा कि इन्होंने जो विश्वविद्यालय बनवाया है वह मस्जिद की ईंटों का सदका है। कल जारी बयान में जवाद ने बिना नाम लिए मुलायम सिंह यादव के पर्दा प्रथा को गलत ठहराने और इसे तरक्की में बाधक बताने वाले बयान पर कड़ी नाराजगी जताई। मौलाना ने मुलायम को एक राजनीतिक पार्टी का मुखिया और आजम को मस्जिद को मंदिर बताने वाला कहकर संबोधित किया। मौलाना ने कहा कि पर्दे का विरोध करने वाले और मस्जिद को मंदिर बताने वालों ने अपने चेहरे से मुसलमानों की दोस्ती का नकाब खुद ही उतार फेंक दिया। मुसलमानों के हमदर्द होने का दिखावा करने वाले दोनों नेताओं ने न केवल दिल के अंदर का जहर उगला है बल्कि अपनी असलियत भी बता दी है। मौलाना ने कहा कि मुसलमानों के इन नकली ठेकदारों ने मस्जिद को मंदिर बता दिया, क्योंकि वहां मूर्तियां रखी हुई हैं। मस्जिद का मुकदमा लड़ने वालों ने भी इसकी हिमायत की है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे लोग जमाना-ए-रसूल में होते तो खाना-ए-काबा को भी मंदिर बता देते, क्योंकि वहां पर भी सदियों से बुतपरस्ती (मूर्ति पूजा) होती थी।