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आयुर्वेद की मदद से होगी डायबिटीज के खिलाफ जंग

मधुमेह यानी डायबिटीज के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने देश भर में इससे बचाव और उपचार के लिए एक विशेष कार्यक्रम प्रारंभ किया है। शुक्रवार को शुरू किए गए 'आयुर्वेद के जरिये

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Published: Fri, 28 Oct 2016 09:00 PM (IST)Updated: Sat, 29 Oct 2016 02:25 AM (IST)
आयुर्वेद की मदद से होगी डायबिटीज के खिलाफ जंग

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली : मधुमेह यानी डायबिटीज के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने देश भर में इससे बचाव और उपचार के लिए एक विशेष कार्यक्रम प्रारंभ किया है। शुक्रवार को शुरू किए गए 'आयुर्वेद के जरिये मिशन मधुमेह' कार्यक्रम की खास बात है कि इसमें आयुर्वेद, योग और अन्य पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों का खास तौर पर सहारा लिया जाएगा।

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केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद यशो नाइक ने पहले 'राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस' के मौके पर इस कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आयुर्वेद सिर्फ उपचार ही नहीं बल्कि बचाव के लिए भी बहुत प्रभावी पद्धति है। इसमें रोगों से लड़ने की शरीर की अंदरुनी क्षमता को विकसित करने पर विशेष जोर दिया जाता है। इसलिए भारत जैसे विकासशील और बड़ी जनसंख्या वाले देश में यह पद्धति खास तौर पर बहुत प्रभावी है।

'आयुर्वेद के जरिये मिशन मधुमेह' कार्यक्रम में उन्होंने राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस का लोगो भी जारी किया। उनके अनुसार, लंबे समय से यह मांग की जा रही थी कि आयुर्वेद के प्रसार के लिए राष्ट्रीय स्तर पर इसका एक दिवस आयोजित किया जाए। इसके लिए धन्वंतरि जयंती सबसे उपयुक्त है, क्योंकि आयुर्वेद में उन्हें ही आरोग्य का देवता माना गया है। इसलिए इस वर्ष से यह शुरूआत की गई है।

अब हर वर्ष इस अवसर पर एक प्रमुख रोग के खिलाफ आयुर्वेद के जरिये एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। अगले एक वर्ष तक देश भर में आयुष मंत्रालय डायबिटीज से लड़ने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करेगा।

इस मौके पर आयुष मंत्रालय के सचिव अजित एम शरण ने कहा कि आयुर्वेद को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलवाने के लिए लगातार कई प्रयास किए जा रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के साथ मिल कर ऐसे शोध किए जा रहे हैं, ताकि इसे आधुनिक चिकित्सा व्यवस्था में भी मान्यता मिल सके।

उन्होंने बताया कि मंत्रालय की ओर से आयुर्वेद सहित विभिन्न पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में साध्य आधारित शोध के लिए दो सौ फेलोशिप शुरू की गई हैं।

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