दक्षिण चीन सागर में सैन्य शक्ति बढ़ाने पर आस्ट्रेलिया ने दी चेतावनी
दक्षिण चीन सागर में सैन्य शक्ति की दादागिरी से पैदा हुई गंभीर स्थिति पर आस्ट्रेलिया ने बुधवार को चेतावनी दी।
नई दिल्ली। दक्षिण चीन सागर में सैन्य शक्ति की दादागिरी से पैदा हुई गंभीर स्थिति पर आस्ट्रेलिया ने बुधवार को चेतावनी दी। विवादित जल में 'हस्तक्षेप और दादागिरी' के खिलाफ चेताते हुए आस्ट्रेलिया ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र की स्थिरता में भारत की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
भारत की यात्रा पर आए आस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री केविन एंड्रयू ने भारत को अपना महत्वपूर्ण रणनीतिक साझीदार बताया। भारत के साथ रक्षा संबंध को और गहरा बनाने का आह्वान भी किया। जापान और अमेरिका के साथ 2007 में किए गए चतुर्भुज नौसैनिक अभ्यास का उन्होंने समर्थन किया।
भारत-प्रशांत क्षेत्र में तनाव बने रहने और कुछ मामलों की स्थिति पहले से ज्यादा घातक होने पर एंड्रयू ने चिंता जताई। उन्होंने साफ किया कि हमारी नजर में हिंद महासागर क्षेत्र की सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि को सहारा देने में भारत बेहतरीन भूमिका निभाता है।
रक्षा मंत्रालय संचालित आइडीएसए में व्याख्यान देते हुए एंड्रयू ने कहा कि देशों के बीच जारी विवाद क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा और अनिश्चितता पैदा करता है। हाल के महीनों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का ध्यान खींचने वाला मुद्दा दक्षिण चीन सागर रहा है। किसी देश के दावे को दबाने के लिए हस्तक्षेप, दादागिरी या यथास्थिति में एकतरफा बदलाव लाने नीयत से पहले ही ताकत दिखाने का आस्ट्रेलिया मजबूती से विरोध करता है। हमलोग खास तौर से दक्षिण चीन सागर के संभावित सैन्यीकरण को लेकर चिंतित हैं।
दक्षिण चीन सागर एक विवादित क्षेत्र है। इस क्षेत्र को लेकर चीन और क्षेत्र के कई देशों के बीच विवाद है। इन देशों में वियतनाम और फिलीपींस भी शामिल हैं।