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'हार्ट आॅफ एशिया' सम्‍मेलन में संकल्‍प- आतंकवाद पर करेंगे मिलकर चोट

'हार्ट ऑफ एशिया' के मुख्‍य सम्‍मेलन में आतंकवाद पर पाकिस्‍तान निशाने पर रहा। सम्‍मेलन के घोषणापत्र में आतंकवाद का मिलकर खात्‍मा करने का संकल्‍प व्‍यक्‍त किया गया।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 04 Dec 2016 05:10 PM (IST)Updated: Sun, 04 Dec 2016 10:19 PM (IST)
'हार्ट आॅफ एशिया' सम्‍मेलन में संकल्‍प- आतंकवाद पर करेंगे मिलकर चोट

जेएनएन, अमृतसर। 'हार्ट ऑफ एशिया' के मुख्य सम्मेलन में आतंकवाद पर पाकिस्तान निशाने पर रहा। सम्मेलन के घोषणापत्र में आतंकवाद के खात्मे के लिए सदस्य देशों के बीच सहयोग और समन्वय मजबूत करने पर जोर दिया गया। घोषणापत्र में आतंकवाद को एशिया और विश्व के लिए सबसे बड़ा खतरा करार दिया गया व कहा गया कि सभी देश मिलकर इसका खात्मा करने के लिए आगे आएं। घोषणापत्र में आतंकवाद को लेकर बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधा गया है। इस तरह आतंकवाद को लेकर भारत को पाकिस्तान पर बड़ी कूटनीतिक जीत मिली है।

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दो दिवसीय सम्मेलन के अमृतसर में समापन पर घोषणापत्र जारी

इससे पहले सम्मेलन के शुरू में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बिना नाम लिए पाकिस्तान पर जमकर हमले किए। दूसरी अोर, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने सीधे पाकिस्तान का नाम लेकर उसे आतंकवाद को आका करार दिया।

पढ़ें : 'हार्ट ऑफ एशिया' सम्मेलन : एक ही अावाज, आतंकवाद काे तहस-नहस करो

घोषणापत्र जारी करते हुए भारतीय दल के नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि एशिश और दुनिया के लिए आतंकवाद सबसे बड़ा खतरा है। आतंकवाद हमारे क्षेत्र और एशिया को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है। हमारी मांग है कि जिस किसी रूप में भी आतंकवाद हो वह तुरंत खत्म हो, इसमें इसे समर्थन और वित्तीय मदद देना हो। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ देश जिस तरह आतंकवाद को प्रश्रय, पनाह आैर समर्थन दे रहे हैं वह विध्वंसकारी है।

जेटली ने बताया, घोषणापत्र में कहा गया है कि आतंकवाद के खत्म करने के लिए उनके सुरक्षित ठिकानों को तहस-नहस करना होगा। इसमें आतंकियों को मिल रहे सभी तरह के आर्थिक और गतिविधियों के लिए मिल रहे संचालन के लिए मदद के नेटवर्क को खत्म करना होगा। उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र में हार्ट ऑफ एशिया के देशों ने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ रणनीति पर व्यापक सहमति तैयार करने का प्रयास करेंगे।

घोषणा पत्र में कहा गया है कि आतंकवादी नेटवर्क में युवाओं की भर्ती सबसे गंभीर समस्या है। इसके कारणों की पहचान कर हमें यह तय करना होगा कि क्या आवश्यक कदम उठाया जाए। इससे कारणों और इसे रोकने के कदमों की पहचान करने पर जोर दिया गया।

घोषणापत्र में कहा गया, हमें पता है युवाओं को कट्टरता प्रभावी करती है और इससे उन्हें भ्रमित किया जाता है। ऐसे में सभी देश रणनीति बनाकर कट्टरता पर लगाम लगा सकते हैं और युवाओं को आतंकवाद व कट्टरवाद से बचा सकते हैं। 'हार्ट ऑफ एशिया' के सभी देश कट्टरवाद के खिलाफ प्रभावी रणनीति बनाकर ही युवाओं काे आतंकवाद के चंगुल में फंसने से रोक सकते हैं। इसके लिए सभी संगठन के देश संयुक्त रणनीति बनाएं। युवाआें की अातंकी संगठनों मे भर्ती रोकने के लिए गंभीर उपाय करना बेहद जरूरी है।

पढ़ें : हार्ट ऑफ एशिया में बोले पीएम, आतंक के आकाओं पर चोट जरूरी

जेटली ने कहा कि हम अफगानिस्तान में तालिबान, आईएसआईएस/दाइश, लश्कर-ए- तयैबा, जैश ए माेहम्मद और अन्य आतंकी ग्रुपों द्वारा फैलाए जा रहे हिंसा और आतंकवाद पर गंभीर रूप से चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि 'हार्ट ऑफ एशियाा' सम्मेलन के घोषणापत्र में आतंकवाद को शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा माना गया है और इसका तुरंत खात्मा करने की मांग की है।

देखें तस्वीरें : पीएम मोदी ने स्वर्ण मंदिर में बांटा लंगर

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति गनी ने संयुक्त रूप से मुख्य सम्मेलन का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने आतंकवाद को केंद्र में रखते हुए विश्व व विशेषकर अफगानिस्तान में शांति बहाली के प्रयासों के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।


सम्मेलन के दौरान विभिन्न देशों के प्रतिनिधियाें के साथ पीएम मोदी व अफगान राष्ट्रपति गनी। देखें तस्वीरें : विदेशी प्रतिनिधियों ने देखी गुरुनगरी, श्री दरबार साहिब में माथा टेका

मोदी ने कहा कि आतंक के आकाओं की पहचान कर उन पर गहरी चोट करना जरूरी है। अफगानिस्तान व भारत की दोस्ती पर मोदी ने कहा कि भारत अफगानिस्तान में शांति बहाली के साथ-साथ वहां आर्थिक विकास के लिए अपने प्रयास जारी रखेगा।

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साउथ एशिया में शांति के लिए अफगानिस्तान में स्थिरता जरूरी

प्रधानमंत्री ने कहा, हम अफगानिस्तान में स्थिरता चाहते हैं। वहां आर्थिक विकास की गतिविधियों को बढ़ाने की जरूरत है। इसके लिए वहां बड़े पैमाने पर निवेश की आवश्यकता होगी। आतंकवाद को खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे। आतंकियों को आर्थिक मदद करने वाले उनके आकाओं पर कार्रवाई करनी होगी। दक्षिण एशिया में शांति के लिए अफगानिस्तान में स्थिरता बेहद जरूरी है। भारत शिक्षा, स्वास्थ्य व कृषि क्षेत्र में अफगानिस्तान की मदद के लिए वचनबद्ध है।

अफगास्तिान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ वार्ता करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अफगानिस्तान के अच्छे भविष्य के लिए प्रयासरत है। इसी कड़ी में उन्होंने ऊर्जा व इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए अफगानिस्तान को एक करोड़ डॉलर की मदद की बात कही। सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति गनी के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत की।

अफगान राष्ट्रपति ने भारत को जमकर सराहा और पाकिस्तान में कोसा

सम्मेलन में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भारत की दोेस्ती की जमकर सराहना की और पाकिस्तान पर खूब हमले किए। उन्हाेंने भारत के सहयोग और दोस्ती का अनेक बार जिक्र किया। उन्होंने खुले ताैर पर कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद काे बढ़ावा दे रहा है।

गनी ने सम्मेलन में मौजूद पाकिस्तान के प्रतिनिधि से मुखातिब होते हुए कहा, 'पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के विकास के लिए 500 मिलियन डॉलर देने की घोषणा की। श्रीमान अजीज, यह रकम आतंकवाद से निपटने में खर्च हो सकती है क्योंकि बिना शांति के कोई विकास नहीं हो पाएगा।' उन्होंने पाकिस्तान की अोर इशारा करते हुए कहा, 'हमें सीमा पार से होने वाले आतंकवाद को पहचानना और समझना होगा और साथ मिलकर आतंकवाद से लड़ने के लिए कोष बनाना होगा।'

उन्होंने कहा, 'पाकिस्तानी सेना द्वारा अपनी जमीन पर सक्रिय आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने से उनमें से कई आतंकवादी नेटवर्क अफगानिस्तान की सीमा में घुस आए हैं। ये आतंकी नेटवर्क हमारे लिए खतरा हैं।' पाकिस्तान द्वारा आतंकियों को शरण देने के अका फिर आरोप लगाते हुए गनी ने कहा, 'तालिबान से जुड़े एक प्रमुख व्यक्ति काकाजादा ने हाल ही में कहा कि अगर उनके पास पाकिस्तान में एक सुरक्षित पनाह नहीं होता, तो वे एक महीने भी नहीं टिक पाते।'

गनी ने कहा, 'हम आरोप नहीं लगाना चाहते, लेकिन हम खासतौर पर अपने पड़ोसी पाकिस्तान से यह कहना चाहते हैं कि वह जांच करे कि उसकी जमीन का इस्तेमाल सरहद पार आतंकवाद निर्यात करने के लिए होता है या नहीं।'

देखें तस्वीरें: हार्ट अॉफ एशिया सम्मेलन में गरजे मोदी


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