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वाघा-अटारी सीमा पर ऊंचा लहराएगा तिरंगा, दिखेगा अमृतसर-लाहौर से भी

सीमा सुरक्षा बल ने रिट्रीट सेरेमनी के विजिटर्स गैलरी के लिए अंतर्राष्‍ट्रीय सीमा पर ऊंचा तिरंगा लगाने की योजना बनायी है जो अमृतसर और लाहौर से भी दिखेगा।

By Monika minalEdited By: Published: Fri, 29 Apr 2016 09:04 AM (IST)Updated: Fri, 29 Apr 2016 09:11 AM (IST)
वाघा-अटारी सीमा पर ऊंचा लहराएगा तिरंगा, दिखेगा अमृतसर-लाहौर से भी

नई दिल्ली। राष्ट्रीय सीमा सुरक्षा बल ने 2017 की जनवरी तक, अटारी-वाघा ज्वाइंट चेक पोस्ट पर सबसे लंबा और ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज लगाने की योजना बनायी है, जो पाकिस्तान के लाहौर और भारत के अमृतसर से भी देखा जा सकेगा। सीमा से दोनों शहर करीब 18 किमी की दूरी पर स्थित हैं।

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दिल्ली में बीटिंग रिट्रीट

एक सीमा सुरक्षा बल अधिकारी ने कहा कि 350 फीट की ऊंचाई पर तिरंगा लगाएंगे। यह इतना ऊंचा होगा कि लाहौर और अमृतसर दोनों जगहों से देखा जा सकेगा। सीमा सुरक्षा बल के पंजाब फ्रंट के इंस्पेक्टर जनरल, अशोक कुमार यादव ने कहा, ‘यह कदम सीमा सुरक्षा बल के विस्तार योजना का हिस्सा है जो रीट्रीट सेरेमनी के विजिटर्स गैलरी के लिए है।‘ उन्होंने आगे बताया कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लाहौर और अमृतसर दोनों ही लगभग 18 किमी की दूर पर हैं।
यादव ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘इतनी ज्यादा ऊंचाई पर झंडा लगाने के लिए इसका साइज अनुपात के मुताबिक होना चाहिए। ये सबसे बड़ा तिरंगा होगा। रिट्रीट सेरेमनी के वक्त देशभक्ति का माहौल होता है। भीड़ भी बहुत उत्साहित होती है। यह झंडा उनका उत्साह बढ़ाएगा।‘

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वर्तमान में सबसे ऊंचा राष्ट्रीय झंडा झारखंड के रांची में है। इसकी ऊंचाई करीब 293 फीट है। जनवरी में इस झंडे को रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने फहराया था। इससे पहले सबसे ऊंचे झंडे का रिकॉर्ड फरीदाबाद शहर के पास था। यहां 250 फीट की ऊंचाई पर झंडा लगा है। बीसएफ के सीनियर पब्लिक रिलेशन ऑफिसर डीआईजी आरएस कटारिया ने कहा कि सीमा पर झंडे को लगाने के लिए एक प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा।

मौसम के हालात का भी ख्याल रखना होगा। इसके आसपास सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि झंडे को बनाने में इस्तेमाल होने वाले मटीरियल पर भी चर्चा होनी बाकी है क्योंकि इतनी ज्यादा ऊंचाई पर बारिश और तेज हवाओं से झंडे को नुकसान पहुंचने का खतरा बना रहेगा।

अधिकारियों ने कहा झंडे के लिए उपयोग किया जाने वाला मटीरियल के लिए सावधानी बरती जाएगी क्योंकि इतनी ऊंचाई पर इसे बारिश व तेज हवाओं से नुकसान हो सकता है।

बॉर्डर फोर्स पर्यटकों की भीड़ पर भी नियंत्रण की योजना बना रही है। इसके लिए उनहोंने रिट्रीट सेरेमनी की ऑनलाइन बुकिंग उपलब्ध कराया है। यादव ने कहा काफी सारे पर्यटकों को प्रतिदिन लौटना पड़ता है क्योंकि वहां सीमित जगह है। अटारी पर विजिटर्स गैलरी में 7,000 सीट हैं जिसे 20,000 तक बढ़ाए जाने का अनुमान है।


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