चार राज्यों में विधानसभा चुनाव एकसाथ नहीं
चार राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव एक साथ नहीं होंगे। महाराष्ट्र और हरियाणा में अक्टूबर के तीसरे हफ्ते में चुनाव होने की संभावना है, वहीं दो अन्य राज्यों जम्मू-कश्मीर और झारखंड में दिसंबर अंत या जनवरी की शुरुआत में चुनाव कराए जा सकते हैं। उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि चुनाव आयोग महाराष्ट्र और हरियाण्
नई दिल्ली। चार राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव एक साथ नहीं होंगे। महाराष्ट्र और हरियाणा में अक्टूबर के तीसरे हफ्ते में चुनाव होने की संभावना है, वहीं दो अन्य राज्यों जम्मू-कश्मीर और झारखंड में दिसंबर अंत या जनवरी की शुरुआत में चुनाव कराए जा सकते हैं।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि चुनाव आयोग महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनावी समय सारणी पर काम कर रहा है और सितंबर के मध्य तक इसकी घोषणा की जा सकती है। सुरक्षा बलों की जरूरत और तैनाती को लेकर गृह मंत्रालय और आयोग के बीच गंभीर बातचीत का दौर चल रहा है। पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती के जरिए ¨हसारहित, सुरक्षित और निष्पक्ष चुनाव आयोजित कराने के लिए संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों की पहचान की जा रही है। 288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल आठ नवंबर को, जबकि 90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 27 अक्टूबर को समाप्त होगा। सूत्रों ने कहा कि चुनाव कार्यक्रम को इस प्रकार तैयार किया जा रहा है कि महाराष्ट्र में चल रहे 10 दिनी गणेश पर्व और उसके बाद तीन अक्टूबर तक चलने वाले नवरात्र और दशहरा उत्सव के साथ इसका टकराव न हो। सूत्रों ने कहा कि आयोग चाहता है कि इन दोनों राज्यों में चुनाव 24 अक्टूबर को दीपावली से पहले संपन्न हो जाएं।
चार राज्यों में चुनाव एक साथ नहीं कराए जाने का फैसला अर्द्धसैन्य बलों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। माओवादी विद्रोह झेल रहे झारखंड और लंबे समय से आतंक के साये में जी रहे जम्मू-कश्मीर में अतिरिक्त बलों की तैनाती की आवश्यकता होगी। पिछले चुनावों के दौरान जम्मू-कश्मीर में सात चरणों में चुनाव हुए थे जबकि झारखंड में पांच चरणों में चुनाव कराए गए थे।