असम-अरुणाचल प्रदेश के बीच जल्द पूरा होगा एशिया का सबसे लंबा पुल
असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच बन रहे एशिया के सबसे बडे पुल का काम जल्द ही खत्म हो जाएगा। इसके बनने के बाद दोनों राज्यों के बीच की दूरी काफी कम हो जाएगी।
नई दिल्ली। ब्रह्मपुत्र नदी पर बनने वाला पुल अगले मानसून सत्र से पहले ही वाहनों की आवाजाही के लिए चालू कर दिया जाएगा। इस पुल के शुरू होने से असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच की दूरी तय करने का समय करीब चार घंटे कम हो जाएगा। ढोला-साडिया पुल की राह में आने वाले लोगों के मकान व अन्य प्रापर्टी के लिए सरकार ने भी मुआवजा देने का एलान कर दिया है। साडिया की तरफ बनने वाले इस पुल को वहां करीब दो किमी की जमीन चाहिए होगी। पूरी तरह से तैयार होने के बाद 938 करोड़ रुपये की लागत से बना यह पुल एशिया का सबसे बड़ा पुल होगा। यह पुल रक्षा और सुरक्षा की दृष्टि से भी काफी अहम होगा।
इस पुल सेना के टेंक आसानी से सीमा क्षेत्र में पहुंचाए जा सकेंगे। मौजूदा समय में यहां पर कोई ऐसा पुल नहीं है। अभी सेना के टेंकों को तिनसुकिया से होकर अरुणाचल प्रदेश तक पहुंचना होता है। इस पुल के बनने के बाद सेना को भी सीमा पर पहुंचने में कम समय लगेगा और वह आसानी से तेजपुर होते हुए दिबांग और अनजा पहुंच सकेंगे। फिलहाल गोहावटी से वहां तक पहुंचने में करीब दो दिन का समय लगता है। इसके बीच की दूरी करीब 186 किमी की है।
सीमा सुरक्षा के लिहाज से यह पुल इसलिए भी खास होगा क्योंकि जिस तेजी से चीन अरुणाचल प्रदेश से लगी सीमा पर अपने लड़ाकू विमानों की तैनाती कर रहा है और सुरक्षाबलों की संख्या में इजाफा कर रहा है उस लिहाज से भारत को भी अरुणाचल प्रदेश में अपनी तैयारियां तेज करने की जरूरत है। गौरतलब है कि एलएसी के नजदीक चीन ने एयरस्ट्रिप तैयार कर रखी है वहीं हमारे पास अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं है। 25.8 किमी लंबा पुल नवंबर 2010 में बनना शुरू हुआ था।
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