अश्विन इस मामले में बने वर्ल्ड नंबर वन, ब्रॉड को पीछे छोड़ा
रविचंद्रन अश्विन के लिए यह वर्ष टेस्ट क्रिकेट में बहुत सफल साबित हो रहा है और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच को और यादगार बना लिया। अश्विन ने मोर्कल को आउट करने के साथ ही इस वर्ष टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने की उपलब्धि
नागपुर। रविचंद्रन अश्विन के लिए यह वर्ष टेस्ट क्रिकेट में बहुत सफल साबित हो रहा है और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच को और यादगार बना लिया। अश्विन ने मोर्कल को आउट करने के साथ ही इस वर्ष टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने की उपलब्धि अपने नाम कर ली। यह अश्विन का वर्ष 2015 में 55वां विकेट था। नागपुर टेस्ट में अश्विन ने कुल 12 विकेट लिए जिसमें दूसरी पारी में उन्होंने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (7/66) दर्ज किया। इसी के साथ उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड को पीछे छोड़ा। ब्रॉड ने इस वर्ष 13 टेस्ट में 25.09 की औसत से 51 विकेट लिए हैं।
अश्विन तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन इस उपलब्धि से तीन विकेट दूर थे। उन्होंने डीन एल्गर का विकेट लेते हुए अपना 50वां शिकार किया। वे एबी डी'विलियर्स को आउट कर स्टुअर्ट ब्रॉड के 51 विकेटों के रिकॉर्ड की बराबरी पर पहुंचे थे। इसके बाद अश्विन ने अमला को पैवेलियन लौटाया और वे इस वर्ष टेस्ट क्रिकेट में विकेट के बादशाह बन गए।
अश्विन ने करियर में पहली बार विकेटों की फिफ्टी लगाई। इससे पहले भारत के हरभजन सिंह ने 2008 में विकेटों की फिफ्टी लगाई थी। भज्जी ने उस वर्ष 63 विकेट हासिल किए थे। अश्विन ने वर्ष 2011 में 4 टेस्ट मैचों में 26 शिकार किए। उन्होंने 2012 में 8 टेस्ट में 37 विकेट झटके। वर्ष 2013 उनके लिए अच्छा रहा और उन्होंने इस दौरान 7 मैचों में 41 विकेट झटके। अश्विन के लिए 2014 अच्छा नहीं रहा और वे इस दौरान 4 मैचों में 10 विकेट ले पाए। अश्विन के लिए यह वर्ष सबसे सफल साबित हो रहा है। यह उनका आठवां मैच है।