इस धुरंधर ने फिर दी चयनकर्ताओं के दरवाजे पर दस्तक
चेन्नई सुपरकिंग्स ने रांची में बेंगलूर की टीम को हराकर छठी बार आइपीएल फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। धुरंधर बेंगलूर की टीम के खिलाफ अगर चेन्नई की जीत का सबसे बड़ा श्रेय किसी को जाता है, तो वो आशीष नेहरा ही हैं। उन्होंने न सिर्फ अपने शानदार
(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। चेन्नई सुपरकिंग्स ने रांची में बेंगलूर की टीम को हराकर छठी बार आइपीएल फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। धुरंधर बेंगलूर की टीम के खिलाफ अगर चेन्नई की जीत का सबसे बड़ा श्रेय किसी को जाता है, तो वो आशीष नेहरा ही हैं। उन्होंने न सिर्फ अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर मैन ऑफ द मैच व फैंस के दिल जीते, बल्कि एक बार फिर भारतीय क्रिकेट चयनकर्ताओं के दरवाजे पर दस्तक दी है।
- फिर आया नेहरा का तूफानः
नेहरा ने बेंगलूर के खिलाफ अहम दूसरे क्वालीफायर मैच में 4 ओवर में महज 28 रन लुटाते हुए 3 विकेट झटके। उन्होंने कप्तान विराट कोहली का विकेट लिया, बाद में उन्होंने दिनेश कार्तिक को भी पवेलियन का रास्ता दिखाया लेकिन सबसे अहम विकेट साबित हुआ एबी डीविलियर्स का, जिनको नेहरा ने सिर्फ एक रन ही बनाने दिया। नेहरा की गेंदबाजी के दम पर ही चेन्नई ने बेंगलूर को 139 रन के स्कोर पर रोका और बाद में 140 के लक्ष्य को हासिल कर फाइनल में जगह पक्की की।
- क्या देख रहे हैं चयनकर्ता?:
नेहरा 36 साल के हो चुके हैं लेकिन उनका जज्बा अब भी पहले जैसा ही नजर आ रहा है। ऐसे में सवाल यही है कि क्या चयनकर्ता उन्हें टीम इंडिया में एक आखिरी मौका देंगे? बांग्लादेश के खिलाफ जल्द शुरू होने वाले दौरे के लिए टीम का ऐलान हो चुका है। वहां, हरभजन सिंह को मौका तो मिल गया लेकिन नेहरा को नजरअंदाज कर दिया गया।
टीम में धवल कुलकर्णी को मौका दिया गया है लेकिन जहां तक मौजूदा फॉर्म की बात की जाए तो उसमें नेहरा और धवल के बीच कोई तुलना नजर नहीं आती। नेहरा ने टूर्नामेंट के 15 मैचों में अब तक 22 विकेट हासिल कर लिए हैं और फाइनल मैच में वो अपने इस आंकड़े को और ऊपर ले जाते हुए पर्पल कैप भी जीत सकते हैं जो सर्वाधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी को दी जाती है।