आसाराम के सेवकों ने महिला पुलिस अधिकारी के मर्डर के लिए इकट्ठा किए थे 25 लाख
इसे आसाराम और नारायण सांई के बैंक अकाउंट्स में डिपोजिट किया गया। रकम का इस्तेमाल चश्मदीदों को मारने में किया जाना था..
जयपुर, जागरण संवाद केन्द्र। नाबालिग से दुष्कर्म मामले में पिछले ढ़ाई वर्ष से जोधपुर जेल में बंद आसाराम मामले में नया खुलासा हुआ है। पिछले दिनों गुजरात क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आए शार्प शूटर कार्तिक हल्दर ने पूछताछ के दौरान बताया है कि कैसे उसने आसाराम मामले की जांच करने वाली राजस्थान की पुलिस उप अधीक्षक चंचल मिश्रा की हत्या की साजिश रची थी। चंचल मिश्रा वर्तमान में भीलवाड़ा की डीएसपी है।
गुजरात पुलिस से उनकी जान को खतरा होने की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कार्तिक हल्दर के खुलासे के बाद मिश्रा की सुरक्षा में दो गनमैन और लगा दिए गए है। शार्प शूटर कार्तिक हल्दर ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि गवाहों की हत्या कराने और एके 47 खरीदने के लिए पूरे देश से आसाराम के सेवकों ने 25 लाख रुपए इकट्ठा किए थे। पुलिस के मुताबिक हल्दर ने बताया है कि यह रकम गौ मूत्र की सप्लाई कर इकट्ठा किया गया।
इसे आसाराम और नारायण सांई के बैंक अकाउंट्स में डिपोजिट किया गया। रकम का इस्तेमाल चश्मदीदों को मारने में किया जाना था। हल्दर आसाराम का शिष्य भी था। डिटेक्शन ऑफ क्राइम ब्रांच अहमदाबाद ने हल्दर का 30 पेज को स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया है। इसमें इस शार्प शूटर ने तीन अहम गवाहों की हत्या की बात मानी है, साथ ही चार अन्य गवाहों के मर्डर की कोशिश की बात भी बताई है। पुलिस के मुताबिक, हल्दर ने बताया कि उसे आसाराम के खिलाफ गवाही देने वालों को खत्म करने का आदेश दिया गया था। हल्दर ने यह भी बताया कि रेप मामले की जांच कर रही डीएसपी चंचल मिश्रा के भी मर्डर की साजिश रची गई थी।