अजब बदमाश, चांदनी रात में देता है डकैती को अंजाम- परिवार को शगुन भी देते थे
लूट के बाद गिरोह के सदस्य पीड़ित परिवार की सबसे छोटी महिला या युवती को शगुन के रूप में 100 रुपये देकर जाते हैं।
गाजियाबाद (जेएनएन)। मुरादनगर पुलिस व क्राइम ब्रांच पुलिस ने मकानों में परिवार के सदस्यों को बंधक बनाकर डकैती करने वाले मेरठ के शाहिद लंगड़ा गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों में एक 12 हजार व दूसरा पांच हजार रुपये का इनामी है।
पकड़े गए बदमाशों ने ही अक्टूबर में मुरादनगर में कारोबारी के यहां 40 लाख की डकैती की थी। गिरोह का सरगना शाहिद लंगड़ा व एक सदस्य आशु उर्फ खालिद अभी फरार है। पुलिस इनकी तलाश में जुटी है। पुलिस ने इनके पास से दो तमंचे व दो चाकू बरामद किए है।
गिरफ्तारी के समय आरोपी एक बंद फैक्ट्री के कमरे में बैठकर डकैती की योजना बना रहे थे। यह गिरोह अपने उसूल से चलता है और अंधविश्वासी है। गिरोह का उसूल है कि वारदात को अंजाम चांदनी रात में देता है, इस दौरान ही कामयाबी हाथ लगेगी और पकड़े नहीं जा सकते हैं।
साथ की लूट के बाद गिरोह के सदस्य पीड़ित परिवार की सबसे छोटी महिला या युवती को शगुन के रूप में 100 रुपये देकर जाते हैं। मुरादनगर में भी डकैती के बाद गिरोह परिवार की युवती को शगुन देकर गए थे।
बृहस्पतिवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी क्राइम डा. प्रवीण रंजन सिंह व सीओ सिटी द्वितीय मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि पकड़े गए आरोपी मेरठ निवासी अबरार, शामली निवासी फुरकान, मेरठ निवासी वसीम व शामली निवासी फरमान हैं।
अबरार पर 12 हजार रुपये व फुरकान पर पांच हजार रुपये का इनाम घोषित है। दोनों डकैती के समय गिरोह का संचालन करते हैं। इनमें दोनों के अलग-अलग काम बंटे हुए हैं।
फुरकान के नेतृत्व में डकैती की योजना बनती है और किस मकान को निशाना बनाया जाना है उसकी रेकी होती है, इसके बाद अबरार मकान की छत पर चढ़कर मेन गेट का दरवाजा खोलकर बाकी सदस्यों को भीतर घुसाता है और सदस्य परिवार को बंधक बनाकर हथियारों के बल पर लूट करते हैं।
अबरार पर मेरठ, मुरादनगर, सरधना, मुजफ्फरनगर समेत अन्य जिलों में आठ मामले दर्ज हैं जबकि फुरकान पर भी विभिन्न जिलों में डकैती लूट के 16 मामले दर्ज हैं। इनके द्वारा मुरादनगर, बागपत, जानी, कैराना, कांधला समेत अन्य स्थानों पर दो करोड़ रुपये से अधिक की डकैती की जा चुकी है। यह गिरोह उत्तराखंड से लेकर दिल्ली एनसीआर में डकैती की वारदातों को अंजाम देता है। गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है।
नोटबंदी के बाद सोने पर नजर
क्राइम ब्रांच प्रभारी सुरेश चंद बेलवाल ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने खुलासा किया है कि नोटबंदी के बाद गिरोह ने 500 व 1000 के नोट लूटने बंद कर दिए थे। गिरोह का सरगना सिर्फ ऐसे मकानों की रेकी करा रहा था, जहां अधिक सोना मिल सकता है। इसके चलते ही अमीनगर सराय में सुनार के यहां डकैती डाली गई थी।
ये हुई थी घटना
मुरादनगर के रावली रोड स्थित इंद्रापुरी कॉलोनी में 16 अक्टूबर की रात हथियारों से लैस बदमाशों ने कारोबारी शाहिद और उसके परिवार के सदस्यों को बंधक बनाकर अलमारी में रखे 30 लाख रुपये के सोने-चांदी के जेवरात, 7 लाख रुपये की नकदी एवं स्कूटी, मोटरसाइकिल समेत कुल 40 लाख की लूटपाट की थी।
बदमाश पुलिस से बचने के लिए घर में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी ले गए थे। पहले पुलिस ने इस घटना को चोरी में दर्ज किया था बाद में डकैती की धाराओं में तरमीम कराया था।