200 रुपये किलो छूने की तैयारी में अरहर की दाल
दाल के दामों में उछाल जारी है। आशंका है कि इसी तरह अगर दाल के दामों में बढ़ोत्तरी जारी रही तो जल्द ही यह 200 रुपये प्रति किलो का आंकड़ा छू लेगी। कम से कम अरहर और उड़द दाल को लेकर यह संभावना ज्यादा है।
नई दिल्ली, [नेमिष हेमंत]। दाल के दामों में उछाल जारी है। आशंका है कि इसी तरह अगर दाल के दामों में बढ़ोत्तरी जारी रही तो जल्द ही यह 200 रुपये प्रति किलो का आंकड़ा छू लेगी। कम से कम अरहर और उड़द दाल को लेकर यह संभावना ज्यादा है। थोक मंडी नया बाजार में जहां शनिवार तक अरहर दाल की कीमत 150 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है, जो खुदरा बाजार में जाकर 170 से 180 रुपये किलो तक में बिकेगा। उड़द भी अरहर की राह पर है। उड़द धोई दाल की कीमत 150 से 160 रुपये किलो तक के बीच है, जबकि उड़द छिलके की कीमत थोक बाजार में 140 प्रतिकिलो तक है। खास बात कि पिछले 15 दिनों में अरहर और उड़द के दामों में 25 रुपये प्रति किलो का उछाल आया है। दाल के दाम में यह उछाल तब हो रहा है जब केंद्र सरकार आयात के जरिए दाल के मोर्चे पर राहत देने का वादा कर रही है।
वैसे, अमूमन सितंबर माह से दाल के दाम में गिरावट आने लगती है, क्योंकि दाल उत्पादक राज्यों से मूंग और उड़द की नई फसल आने लगती है, लेकिन इस वर्ष ऐसा नहीं है। उल्टे दाल के दामों में तेजी बरकरार है। मूंग धोई भी 100 रुपये प्रतिकिलो के पार पहुंच गई है। यह थोक मंडी में 107 रुपये प्रतिकिलो तक में बिक रही है। चना दाल भी 60 रुपये किलो के भाव है। दाल के थोक व्यापारियों का तर्क है कि उत्पादक राज्यों में दाल की पैदावार कम होने से वहीं से कम मात्रा में दाल राष्ट्रीय राजधानी पहुंच रहा है। साथ ही वह वहीं से बढ़ी दर पर आ रही हैं।
पंद्रह दिन पहले तक थोक मंडी में अरहर और उड़द की दाल 120 से 130 रुपये किलो तक में बिकी थी। दलाल गल्ला कमेटी के महासचिव गोपाल दास गर्ग के मुताबिक दाल के दामों में बढ़ोत्तरी का यहीं सिलसिला रहा तो खुदरा बाजार में अरहर और उड़द की दाल 200 रुपये किलो में बिकना बड़ी बात नहीं होगी।