मूल्य नियंत्रण के कारण भारत से नया स्टेंट वापस लेगी एक और कंपनी
'मेडट्रोनिक' ने एक बयान जारी कर बताया कि कंपनी ने दवा मूल्य नियंत्रण आदेश के प्रावधानों के तहत 'रेजोल्यूट ओनिक्स' स्टेंट वापस लेने के लिए आवेदन दाखिल किया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। 'एबॉट' के बाद चिकित्सकीय उपकरण बनाने वाली एक और बहुराष्ट्रीय कंपनी 'मेडट्रोनिक' ने भी भारत से अपना नया स्टेंट वापस लेने का फैसला किया है। दवा मूल्य नियामक 'नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी' (एनपीपीए) के स्टेंट की कीमतें निर्धारित किए जाने के बाद कंपनी ने यह कदम उठाया है। इसके अलावा एक अन्य कंपनी 'बोस्टन साइंटिफिक' भी इसी तरह का कदम उठाने पर विचार कर रही है।
'मेडट्रोनिक' ने एक बयान जारी कर बताया कि कंपनी ने दवा मूल्य नियंत्रण आदेश के प्रावधानों के तहत 'रेजोल्यूट ओनिक्स' स्टेंट वापस लेने के लिए आवेदन दाखिल किया है। कंपनी का कहना है कि जब तक अधिकारियों से जरूरी अनुमति नहीं मिल जाती तब तक 'रेजोल्यूट ओनिक्स' की आपूर्ति बरकरार रहेगी।
बयान के मुताबिक, कंपनी भारत में मरीजों को कार्डियोवस्कुलर थेरेपी उपलब्ध कराती रहेगी और मरीजों व फिजिशियनों की अन्य जरूरतों को भी पूरा करती रहेगी। इसके अलावा कंपनी के 'रेजोल्यूट' और 'रेजोल्यूट इंटेग्रिटी' स्टेंट की उपलब्धता बनी रहेगी। इसी क्रम में 'बोस्टन साइंटिफिक' का कहना है कि वह भी अपने अगली पीढ़ी के स्टेंट 'सिनर्जी' और 'प्रोमस प्रीमियर' को वापस लेने का फैसला कर सकती है। हालांकि, उसके दवा से हटाए जा सकने वाले (ड्रग एल्यूटिंग) अन्य स्टेंट की उपलब्धता बनी रहेगी।