बेटी के लिए इच्छा मृत्यु मांग, सरकार ने दिए इलाज के पैसे
आंध्र प्रदेश सरकार ने घोषणा किया कि आठ माह की बच्ची के लीवर ट्रांसप्लांट के लिए वह खर्च उठाएगी और इसके लिए उसने 30 लाख रुपये दिए।
हैदराबाद। लीवर की बीमारी से पीड़ित आठ माह की बच्ची के इलाज का खर्च दे पाने में असमर्थ माता-पिता ने उसके लिए कोर्ट में इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी थी। जिसके जवाब में राज्य की चंद्र बाबू नायडू सरकार ने बच्ची के इलाज के खर्च देने की घोषणा की।
चित्तूर निवासी माता पिता अपनी बेटी के इलाज में लगने वाले खर्च को उठाने में असमर्थता जताते हुए इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी थी।
बेटी के लिए इच्छा मृत्यु मांग रहे मां-बाप
चंद्रबाबू नायडु व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कामीनेनी श्रीनिवास ने विजयवाडा में घोषणा किया कि राज्य सरकार ने अपोलो अस्पताल को बच्ची के इलाज का निर्देश दिया है। किराना दुकान में काम करने वाला रमनप्पा और उसकी पत्नी सरस्वती ने लीवर की बीमारी से जूझ रही आठ माह की बच्ची के लिए कोर्ट से इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी थी। उन्होंने कहा था, ‘या तो राज्य सरकार बच्ची के इलाज का खर्च उठाए या फिर इच्छा मृत्यु की अनुमति दे क्योंकि वे इलाज का खर्च उठाने की स्थिति में नहीं हैं।‘
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डॉक्टरों ने कहा कि इसे तुरंत इलाज चाहिए, थोड़ी सी भी देरी उसके स्वास्थ्य को हानि पहुंचा सकती है।