ईद पर पहलवानों का गोल्डन तोहफा, विनेश, अमित और सुशील ने जीता स्वर्ण
दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार, अमित कुमार और युवा वीनेश फोगट ने कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर कॉमनवेल्थ गेम्स में मंगलवार का दिन सुनहरा बना दिया। सुशील ने 74 किलो वर्ग के फाइनल में पाकिस्तान के कमर अब्बास को मात्र 107 सेकेंड में जमीन सुंघाकर स्वर्ण पदक जीता। अमित ने स्वर्ण के लिए 57 किलो वर्ग के फाइनल मुकाबले में नाइजीरिया के इबेकवेईनेमो वेल्सन को 6-2 से पराजित किया।
ग्लास्गो। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार, अमित कुमार और युवा वीनेश फोगट ने कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर कॉमनवेल्थ गेम्स में मंगलवार का दिन सुनहरा बना दिया। सुशील ने 74 किलो वर्ग के फाइनल में पाकिस्तान के कमर अब्बास को मात्र 107 सेकेंड में जमीन सुंघाकर स्वर्ण पदक जीता। अमित ने स्वर्ण के लिए 57 किलो वर्ग के फाइनल मुकाबले में नाइजीरिया के इबेकवेईनेमो वेल्सन को 6-2 से पराजित किया।
जबकि वीनेश ने 48 किलो वर्ग के फाइनल में इंग्लैंड की याना रैट्टीगन को 11-8 से शिकस्त देकर भारत का परचम बुलंद रखा। भारत ने आज तीन स्वर्ण पदक जीते हैं और एक अन्य पहलवान राजीव तोमर को 125 किलो के फाइनल में कनाडा के कोरे जार्विस से भिड़ना है। यानी भारत के पास अभी एक स्वर्ण पदक और जीतने का मौका है।
बीजिंग ओलंपिक में कांस्य और लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले सुशील ने शुरू से ही अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन किया और किसी भी मुकाबले में अपने प्रतिद्वंद्वी को कोई मौका नहीं दिया। उन्होंने फाइनल सहित दो मुकाबलों में अपने प्रतिद्वंद्वी को चित किया। इस दिग्गज भारतीय पहलवान ने फाइनल में पाकिस्तान के कमर अब्बास को पहले राउंड में पटखनी देखकर भारत को कुश्ती में दिन का तीसरा स्वर्ण पदक दिलाया।
भारत को सोने का तमगा दिलाने की शुरुआत अमित कुमार ने की। 20 वर्षीय पहलवान ने नाइजीरिया के एबिकवेमिनोमो विल्सन को अंकों के आधार पर 6-2 से हराया। भारतीय पहलवान शुरू से ही अपने प्रतिद्वंद्वी पर हावी हो गया और उन्होंने पहले राउंड में उसे कोई मौका नहीं दिया। अमित ने यह राउंड 4-0 से अपने नाम किया। लंदन ओलंपिक में भारत के सबसे युवा पहलवान रहे अमित ने दूसरे राउंड में भी अच्छी शुरुआत की और जल्द ही दो अंक हासिल कर लिए।
इसके बाद नाइजीरियाई पहलवान ने आक्रामकता दिखायी और उन्हें रेफरी से चेतावनी भी मिली। विल्सन ने हालांकि यहां पर अमित को पटक कर दो अंक हासिल किये, लेकिन इससे कोई असर नहीं पड़ा और अमित ने सोने का तमगा अपने नाम किया। अमित ने इससे पहले सेमीफाइनल में पाकिस्तान के अजहर हुसैन को हराया, जिन्हें आखिर में कांस्य पदक मिला। उन्होंने पहले दौर और फिर क्वार्टर फाइनल में भी आसान जीत दर्ज की थी।
महिलाओं के वर्ग में विनेश ने अपनी चुनौती अच्छी तरह से पेश की और फाइनल में इंग्लैंड की याना रैटिगन को एक कड़े मुकाबले में 11-8 से हराकर भारत को दिन का दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया। विनेश और याना दोनों ने पहले राउंड में एक दूसरे पर हावी होने की पूरी कोशिश की, लेकिन भारतीय पहलवान ने 6-4 से खुद को आगे रखा। दूसरे दौर में एक बार फिर से दोनों पहलवान ने अपने कौशल का अच्छा नमूना पेश किया।
याना को स्थानीय दर्शकों का भरपूर समर्थन मिल रहा था, लेकिन विनेश ने खुद पर दबाव नहीं बनने दिया। उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी को आगे निकलने का मौका नहीं दिया और दूसरा राउंड 5-4 से अपने नाम करके खिताब जीता। विनेश ने सेमीफाइनल में कनाडा की जैसमिन मिया को आसानी से शिकस्त दी थी।
महिलाओं के 75 किलोवर्ग में भारत की ज्योति के पास कांस्य पदक जीतने का मौका था, लेकिन वह असफल रहीं। कनाडा की एरिका विवे ने भारतीय पहलवान को 9-0 से करारी शिकस्त दी।
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