Move to Jagran APP

कर्नाटक पर टिकी है शाह की निगाहें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कांग्रेस मुक्त भारत के नारे के बाद बड़े राज्यों में केवल कर्नाटक ही कांग्रेस के खाते में बचा है।

By Sachin BajpaiEdited By: Published: Fri, 25 Nov 2016 07:31 PM (IST)Updated: Fri, 25 Nov 2016 09:13 PM (IST)
कर्नाटक पर टिकी है शाह की निगाहें

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड जैसे अहम राज्यों में होने वाले चुनावों के बीच ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह दक्षिण का अपना पुराना किला- कर्नाटक को दुरुस्त करने में जुट गए हैं। रविवार को वह बंगलूरू में ओबीसी रैली को संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि इस रैली में विरोधी दलों के बड़े ओबीसी नेता भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं। यह दांव इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि पिछले चुनाव में ओबीसी वर्ग ने कांग्रेस की वापसी में बड़ी भूमिका निभाई थी।

loksabha election banner

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कांग्रेस मुक्त भारत के नारे के बाद बड़े राज्यों में केवल कर्नाटक ही कांग्रेस के खाते में बचा है। वस्तुत: यह माना जा रहा है कि सुदूर दक्षिण मे जड़ें मजबूत करने के लिहाज से भी कर्नाटक में वापसी जरूरी है। ऐसे में शाह की निगाह पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येद्दयुरप्पा पर ही टिकी है। यही कारण है कि कुछ मामलों के कोर्ट में रहते हुए भी उन्हें अप्रैल में ही प्रदेश अध्यक्ष की कमान दे दी गई थी।

हालांकि उनसे यह अपेक्षा भी की गई थी कि वह खुद को समुदाय विशेष की बजाय पूरे प्रदेश और हर वर्ग के नेता के रूप मे स्थापित करें। बताते हैं कि येद्दयुरप्पा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तर्ज पर अभियान में जुट गए हैं। विधानसभा चुनाव में हालांकि अभी डेढ़ साल का वक्त है लेकिन इस दौरान वह प्रदेश के हर चप्पे को मथने में लग गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष की कमान मिलने के बाद से अब तक वह हर महीने औसतन पांच हजार किलोमीटर की यात्रा कर रहे हैं। 14 अप्रैल को प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से 30 अक्टूबर तक 27000 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा की है। प्रदेश में 30 जिले हैं और अधिकांश जिलों में वह दो बार पहुंच चुके हैं। बताते हैं कि चुनाव से पहले वह हर गांव तक पहुंचने की कोशिश करेंगे।

कुछ दिन पहले येद्दयुरप्पा ने एसटी रैली की थी। सूत्र बताते हैं कि शाह ने येद्दयुरप्पा को निर्देश दिया था कि हर वर्ग के पास जाएं। ओबीसी में भी हर समुदाय की जरूरतों को समझें और कार्यकर्ताओं को मदद के लिए उतारें। इसी क्रम मे रविवार को ओबीसी रैली आयोजित की जा रही है। सूत्र बताते हैं कि आने वाले वक्त में शाह के साथ साथ अन्य केंद्रीय मंत्रियों का कर्नाटक दौरा तेज होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.