विपक्ष की रार के बीच केरल के मंत्री मणि बोले- नहीं किया महिलाओं का अपमान
महिला कर्मियों ने मणि को हटाए जाने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया था।
तिरुवनंतपुरम, एएनआई। महिला बागान कर्मियों के खिलाफ टिप्पणी करके विवाद खड़ा करने वाले केरल के बिजली मंत्री और माकपा के वरिष्ठ नेता एम एम मणि ने आज कहा है कि उन्होंने महिलाओं का अपमान नहीं किया है।
विपक्षी दलों अैर महिला संगठनों की ओर से मणि के इस्तीफे और माफी की मांग किए जाने के एक दिन बाद उन्होंने पास ही स्थित कुंचिथानी में संवाददाताओं से कहा कि अगर मेरी पार्टी कहती है, तभी मैं इस्तीफा दूंगा।
मणि ने अपनी टिप्पणियों में दरअसल जिले में महिला बागान कर्मियों के एक संगठन की महिला कार्यकर्ताओं के चरित्र पर सवाल उठा दिया था। उनकी टिप्पणी की विभिन्न पक्षों ने आलोचना की।
उनकी अपनी पार्टी के कुछ सदस्यों ने भी उनकी आलोचना की। मुख्यमंत्री पिनारेई विजयन ने कहा था कि यदि महिलाओं के खिलाफ कोई भी आक्रामक बयान दिया गया है, तो यह अनुचित है। महिला कर्मियों के खिलाफ अपनी कथित आक्रामक टिप्पणियों के लिए 70 वर्षीय मंत्री एम एम मणि ने कल पछतावा जाहिर किया था।
महिला कर्मियों ने मणि को हटाए जाने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया था। मणि ने यह भी दावा किया कि उनकी टिप्पणियों की मीडिया ने गलत व्याख्या की है और उन्होंने महिला कर्मियों के खिलाफ कोई आक्रामक टिप्पणी नहीं की थी।
मणि ने यह भी कहा कि विजयन और पार्टी के प्रदेश सचिव कोडियेरी बालकृष्णन ने उनसे फोन पर बात की थी और उनसे स्पष्टीकरण मांगा था। हालांकि विवादित टिप्पणी के लिए पहचाने जाने वाले मणि ने माफी मांगने से इनकार करते हुए कहा कि उन्हें वहां बैठकर आंदोलन करने दीजिए।’
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