अमेरिकी महिलाओं ने गया में किया अपने पूर्वजों का पिंडदान
सनातन धर्म की मूल अवधारणा में निहित पितरों के मोक्ष के लिए पिंडदान के महत्व को गुरुवार को 35 अमेरिकी महिलाओं ने जीवंत किया। अमेरिका के शिकागो शहर से आई महिलाओं ने श्रद्धा-भक्ति के साथ अपने पूर्वजों की आत्मा की मुक्ति के लिए श्राद्ध व तर्पण किया।
गया, जागरण ब्यूरो। सनातन धर्म की मूल अवधारणा में निहित पितरों के मोक्ष के लिए पिंडदान के महत्व को गुरुवार को 35 अमेरिकी महिलाओं ने जीवंत किया। अमेरिका के शिकागो शहर से आई महिलाओं ने गया के पंडाजी मुन्नालाल पाठक एवं रंजीतलाल के दिशा-निर्देश में श्रद्धा-भक्ति के साथ अपने पूर्वजों की आत्मा की मुक्ति के लिए श्राद्ध व तर्पण किया।
इन महिलाओं के साथ दो अमेरिकी पुरुष भी हैं।कर्मकांड के दौरान अमेरिकी महिलाएं (शेरी प्रे, जोटी जाफ, पैड वुमेट, क्रिस्टीन मरक, शिंडी माइडेक आदि) साड़ी पहन रखी थीं। अपने हाथों से उन्होंने पिंड बनाया और पुरोहित के निर्देश पर सभी कर्मकांड पूरे किए।
फल्गु के बाद पिंड सहित सभी महिलाओं ने अपने पुरोहित के साथ विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में स्थित भगवान विष्णु के चरणों में पिंड अर्पित कर श्रद्धा के साथ माथा टेका। महिलाओं ने बताया कि यह सारा कार्य आत्मा को स्पर्श करता है और सनातन धर्म की क्रिया हमें अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा निवेदित करने का एक अवसर प्रदान करती है। यह अतुलनीय है।