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बोडो के खिलाफ भूटान को भी कार्रवाई का कहेंगे

केन्द्र ने असम में दलितों की नृशंस हत्या करने वाले-बोडो उग्रवादी संगठन नेशनल डेमाक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी-एस) के खिलाफ कठोर कार्रवाई की घोषणा की है। उग्रवादियों के खिलाफ भूटान को भी कार्रवाई के लिए कहा जाएगा। इस बीच कोकराझार और सोनितपुर में मृतक संख्या 78 तक पहुंच गई है।

By manoj yadavEdited By: Published: Thu, 25 Dec 2014 06:47 PM (IST)Updated: Fri, 26 Dec 2014 12:18 AM (IST)
बोडो के खिलाफ भूटान को भी कार्रवाई का कहेंगे

गुवाहाटी। केन्द्र ने असम में दलितों की नृशंस हत्या करने वाले-बोडो उग्रवादी संगठन नेशनल डेमाक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी-एस) के खिलाफ कठोर कार्रवाई की घोषणा की है। उग्रवादियों के खिलाफ भूटान को भी कार्रवाई के लिए कहा जाएगा। इस बीच कोकराझार और सोनितपुर में मृतक संख्या 78 तक पहुंच गई है। दूसरे दिन भी बदले की कार्रवाई करते हुए आदिवासियों ने बोडो जाति के लोगों के घर जलाए।

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बुधवार शाम गुवाहाटी पहुंचे गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को सोनितपुर के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। हालात का जायजा लेने के बाद राजनाथ ने कहा कि हमले के जिम्मेदार बोडो उग्रवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

केन्द्र ऐसे बुने गए आतंक के प्रति कोई रहम नहीं बरतेगा। यह पूछने पर कि उग्रवादियों के खिलाफ अभियान कब शुरू होगा, राजनाथ ने कहा कि यह निश्चित रूप से होगा, कब होगा, यह नहीं बताया जा सकता। हमने नरसंहार को बहुत गंभीरता से लिया है।

विदेशमंत्री को भूटान से चर्चा का आग्रह

गृह मंत्रालय ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से आग्रह किया है कि प्रतिबंधित एनडीएफबी-एस के खिलाफ कार्रवाई में मदद के लिए भूटान सरकार से तत्काल अनुरोध करें।

भारत-भूटान सीमा के जंगलों में डेरा

खुफिया सूत्रों के अनुसार बोडो उग्रवादियों ने भारत-भूटान सीमावर्ती जंगलों में अपने कुछ कैंप बना रखे हैं। जब भी सुरक्षा बल उनके खिलाफ कार्रवाई करते हैं, वे उन इलाकों में घुस जाते हैं और उनका पता लगाना मुश्किल होता है। 2003-2004 में भूटान सरकार ने उल्फा आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी और अपने देश से उनके शिविर नष्ट कर दिए थे।

छह शव और मिले

पुलिस के अनुसार गुरुवार को सोनितपुर जिले के मैटालू बस्ती में छह शव और मिले। इसके साथ ही उग्रवादी हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 71 हो गई है। बुधवार को निकाले गए विरोध मार्च के दौरान पुलिस की गोली से तीन आदिवासी मारे गए। उधर कोकराझार में बदले की कार्रवाई में गैर बोडो आदिवासियों ने माणिकपुर और दीमापुर में चार बोडो की हत्या कर दी।

उग्रवादी हिंसा में मौतें

सोनितपुर 43, कोकराझार 25, चिरांग 3, बदले की हिंसा में चार मौतें

पुलिस कार्रवाई में तीन मृतचार जिलों में कर्फ्यू हिंसाग्रस्त सोनितपुर, चिरांग के साथ ही धुबरी और बक्सा जिलों के कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है। हिंसा के विरोध में मालदा में ट्रेनें रोकीं

असम हिंसा के विरोध में पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में आदिवासियों ने मालदा-कटिहार खंड में ट्रेनें रोक दी। मालदा के अतिरिक्त एसपी अविषेक मोदी ने बताया कि गाजोल क्षेत्र में आदिवासी एकलखी स्टेशन पर सुबह 11 बजे पटरियों पर बैठ गए। उन्होंने झारखंड की इलेक्शन स्पेशल ट्रेन और एक मालगाड़ी को रोक दिया।

पढ़ेंः असम: अब तक 78 की मौत, राजनाथ ने कहा आतंकी हमला

तस्वीरों में देखेंः असम में बड़ा हमला, उग्रवादियों ने ली ग्रामीणों की जान


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