यूपी: सीएम की नोएडा, ग्रेटर नोएडा को सौगात
अखिलेश यादव के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की नई सरकार नोएडा और ग्रेटर नोएडा की अनदेखी किए जाने की शिकायतों पर मंगलवार को विराम लगाने जा रही है। मुख्यमंत्री आज दिल्ली से सटे इन दो शहरों के विकास के लिए 3337 करोड़ की 13 परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण करेंगे।
लखनऊ [जागरण ब्यूरो]। अखिलेश यादव के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की नई सरकार नोएडा और ग्रेटर नोएडा की अनदेखी किए जाने की शिकायतों पर मंगलवार को विराम लगाने जा रही है। मुख्यमंत्री आज दिल्ली से सटे इन दो शहरों के विकास के लिए 3337 करोड़ की 13 परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण करेंगे।
नोएडा व ग्रेटर नोएडा के अलावा यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरणों के लिए 3337 करोड़ रुपये की घोषणा की जाएगी। इनमें 1877 करोड़ की आठ परियोजनाएं नोएडा, 1200 करोड़ रुपये की तीन परियोजनाएं ग्रेटर नोएडा और 260 करोड़ रुपये की दो परियोजनाएं यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण से संबंधित हैं। मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर होने वाला शिलान्यास व लोकार्पण समारोह पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होगा।
मुख्यमंत्री अखिलेश इन परियोजनाओं की घोषणा के लिए नोएडा नहीं आने के पीछे एक 'अंधविश्वास' को कारण माना जा रहा है। यूपी राजनीति में ऐसी धारणा बन गई है कि पिछले 25 सालों में जिस भी मुख्यमंत्री ने इस क्षेत्र का दौरा किया उसने अपनी गद्दी गंवाई है। इस धारणा की 'शुरुआत' कल्याण सिंह के शासनकाल से शुरू हुई जिसे यह युवा सीएम भी नहीं तोड़ पा रहे हैं। यही कारण है कि वह लखनऊ से ही परियोजनाओं का शिलान्यास कर रहे हैं। गद्दी गंवाने का डर मुख्यमंत्रियों पर इस कदर हावी रहा कि राजनाथ सिंह ने नोएडा में एक फ्लाई ओवर का शिलान्यास दिल्ली से किया। जबकि मुलायम सिंह यादव के काल में घटी दर्दनाक निठारी कांड के दौरान भी वह नोएडा नहीं आए। पिछले साल भी अखिलेश ने यमुना एक्सप्रेस वे का उद्घाटन भी लखनऊ से ही किया था। हालांकि मायावती ने इस डर को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया और अपने शासनकाल में कई बार इस क्षेत्र का दौरा किया था।
नोएडा की परियोजनाएं
*सेक्टर-123 में सीक्वेंशियल बैच रियेक्टर तकनीक पर आधारित 35 एमएलडी क्षमता के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का लोकार्पण। इससे नोएडा के 28 सेक्टर होंगे लाभान्वित। आइआइटी रुड़की की संस्तुति के आधार पर निर्मित। लागत 40 करोड़ रुपये।
*सेक्टर-34 में 5400 वर्ग मीटर पर नारी निकेतन का शिलान्यास। इसमें अनाथ व अनचाहे बच्चों, निराश्रितों को मिलेगी शरण। महिलाओं का पुनर्वास भी होगा। इस पांच मंजिला भवन में सात से 17 वर्ष की 200 बालिकाओं को रखा जाएगा। नारी निकेतन में रहने वालों के काउंसिलिंग रूम, प्रारंभिक शिक्षा के लिए कक्षाएं, हस्तशिल्प के अल्पकालिक पाठ्यक्रम व अन्य व्यावसायिक प्रशिक्षण की व्यवस्था होगी। लागत 22 करोड़ रुपये।
*सेक्टर-32, 35, 39 व 51 के चौराहों पर चार लेन वाले अंडरपास का शिलान्यास। 46 मीटर चौड़ी, 740 मीटर लंबी। मेट्रो लाइन के समानांतर बनाई जाएगी। दोनों तरफ होगी सात मीटर चौड़ी स्लिप रोड। लागत 50 करोड़ रुपये।
*सेक्टर 94, 95 की मास्टर प्लान रोड नंबर तीन के चौराहे पर चार लेन वाले अंडरपास का शिलान्यास। इसके किनारे सात मीटर की क्लोवर लीफ बनाई जाएगी जिसका इस्तेमाल दिल्ली से सेक्टर-94 जाने वाला ट्रैफिक करेगा। लागत 40 करोड़ रुपये।
*सेक्टर-18 में 26,840 वर्ग मीटर में फैली बहुमंजिला कार पार्किंग का शिलान्यास। 3085 कारें खड़ी हो सकेंगी। सैकड़ों क्लोज सर्किट टीवी कैमरे लगाए जाएंगे। कार मालिकों के लिए बैट्री चालित शटल वाहन होंगे। लागत 250 करोड़ रुपये।
*सेक्टर-39 में 200 बेड वाले जिला अस्पताल का शिलान्यास। आधुनिक ट्रॉमा यूनिट, पैथोलॉजी लैब, रेडियोलॉजिकल यूनिट, सघन चिकित्सा इकाई से युक्त। महिलाओं के लिए 100 बेड आरक्षित होंगे। 14,000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में होगा निर्माण। डाक्टरों व अन्य स्टाफ के लिए आवास सुविधा भी होगी। लागत 424 करोड़ रुपये।
*सेक्टर-51 में 8300 वर्ग मीटर पर बालिका इंटर कॉलेज, होशियारपुर का शिलान्यास। शुरुआत में स्कूल भवन दो मंजिला होगा, बाद में दो मंजिल और बनाई जाएंगी। 35 क्लास रूम, भौतिकी व रसायनशास्त्र की प्रयोगशालाएं, बहुद्देशीय हाल व पुस्तकालय होंगे। लागत 35 करोड़ रुपये।
*सेक्टर-123 में 400 केवी और सेक्टर-148 में 400/220 केवी क्षमता के विद्युत उपकेंद्रों का शिलान्यास। लागत 1016 करोड़ रुपये।
ग्रेटर नोएडा की परियोजनाएं
*चिकित्सा विश्वद्यिालय का शिलान्यास। रोगियों को एक रुपये की रजिस्ट्रेशन फीस पर इलाज की सुविधा मिलेगी। एमबीबीएस, एमडी, एमएस, डीएम एमसीएच पाठ्यक्रमों में हर साल 100 छात्रों को प्रवेश मिलेगा। विश्वविद्यालय का सत्र अगस्त 2013 से शुरू होना प्रस्तावित। लागत 500 करोड़ रुपये।
*ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के प्रशासनिक भवन का शिलान्यास। 22,800 वर्ग मीटर में प्रस्तावित इस भवन में 21, चार और 17 मंजिल के टावर होंगे। लागत 300 करोड़ रुपये।
*सेक्टर-10 व म्यू-2 में सभी वर्गो के लिए 7200 आवासों का शिलान्यास। प्रत्येक आवास का क्षेत्रफल होगा 29.76 वर्ग मीटर। लागत 400 करोड़ रुपये।
यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण की परियोजनाएं
*सेक्टर-18 में सभी वर्गो के लिए 4425 आवासों का शिलान्यास। लागत 250 करोड़ रुपये।
*सेक्टर-17 ए में 33 केवी क्षमता के विद्युत उपकेंद्र का शिलान्यास। लागत 10 करोड़ रुपये।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर