बिहार में जीतनराम मांझी के काफिले पर हमला, भीड़ ने गाड़ी फूंकी
गया जिले के डुमरिया में गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के काफिले पर आक्रोशित लोगों ने हमला कर दिया। इसमें मांझी को भी चोट आई।
पटना। गया के डुमरिया में बुधवार को लोजपा नेता सुदेश पासवान व उनके भाई की हत्या के दूसरे दिन भी वहां जबरदस्त तनाव है। भीड़ ने शवों को बीच सड़क पर रखकर सड़क जाम कर दिया। इस दौरान पीडि़त परिजनों से मिलने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री जीतमनराम मांझी को भी जनाक्रोश का सामना करना पड़ा। भीड़ ने उनके काफिले पर पथराव किया तथा एक गाड़ी को फूंक दिया।
लोजपा नेता की हत्या के बाद बुधवार शाम से ही स्थानीय लोग हंगामा और नारेबाजी कर रहे । कल से ही लोगों ने सड़क जाम कर रखा था। वे हत्या के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। गुरुवार सुबह जब पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी अपने काफिले के साथ मृतकों के परिजनों से मिलने उनके घर जा रहे थे, तभी डुमरिया मोड़ के पास उग्र भी ने उनके काफिले पर हमला कर दिया।
भीड़ ने मांझी के काफिले पर जमकर पथराव किया। इसमें कई गाडि़यों को क्षति पहुंची। सुरक्षा बलों ने उन्हें सुरक्षित निकालकर डुमरिया के सीआरपीएफ कैंप पहुंचाया। इस बीच उग्र लोगों ने मांझी के काफिले की एक गाड़ी को आग के हवाले कर दिया। आक्रोशित लोगों ने एक पुलिस वाहन और दो मोटरसाइकिलों को भी आग के हवाले कर दिया।
पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण के लिए हवाई फायरिंग की। इसके बाद सड़क जाम कर रहे लोग हटे और पुलिस ने शवों को कब्जे में लिया। स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताई जा रही है।
प्रेम कुमार ने की मांझी पर हमले की निंदा
इधर, बढ़ते अपराध के विरोध में गया जिला मुख्यालय पर विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता डाॅ. प्रेम कुमार के नेतृत्व में भाजपा के धरना शुरू हो गया है। यहां प्रेम कुमार ने जीतनराम मांझी पर हमले को सोची-समझी साजिश बताया तथा आरोप लगाया कि उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि दिनदहाडे़ लोजपा नेता की हत्या हो गई। बिहार में रोज ही घटनाएं हो रही हैं। इसके लिए नीतीश सरकार जिम्मेवार है। उन्होंने नीतीश कुमार से इस्तीफा की मांग की।
क्या है मामला, जानिए...
- प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा-माओवादी के बाइक सवार हथियारबंद दस्ते के सदस्यों ने बुधवार को सरेशाम डुमरिया थाना के हुरमेट के टोला डुबाट के पास लोजपा नेता सुदेश पासवान उर्फ शंकर पासवान उर्फ रवि तथा उसके चचेरे भाई सुनील पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी। - नक्सलियों ने चुनाव प्रचार में लगे दो वाहनों व एक पल्सर बाइक को भी जला दिया। घटनास्थल पर नक्सलियों के द्वारा छोड़े गए पर्चे में आरोप है कि सुदेश पासवान पुलिस के लिए मुखबिरी करता था। - घटना के समय सुदेश पासवान अपने समर्थको के साथ काचर पंचायत की निर्वतमान व मुखिया प्रत्याशी पत्नी माया रानी के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे। उनके साथ ही चचेरे भाई सुनील पासवान भी मौजूद थे। सुनील पासवान काचर पंचायत से पंचायत समिति के सदस्य के लिए चुनाव मैदान में थे। - सरेशाम नक्सली घटना की सूचना फैलते ही इलाके में दहशत व आतंक का माहौल व्याप्त हो गया। - गुरुवार को नक्सली घटना में मारे गए लोजपा नेता व उनके भाई के सैकड़ों समर्थकों ने शव के साथ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि हमलावरों को जल्द से जल्द पुलिस गिरफ्तार करे। साथ ही सरकार पीडि़त परिवार को सरकार 20 लाख रुपया मुआवजा दे तथा एक परिजन को सरकारी नौकरी मुहैय्या कराए।