हरियाणा की अनीता के बाद अब इन्होंने किया एवरेस्ट फतह
वर्ष 2016 में आशा पर जुनून चढ़ा कि वह भी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराएगी। इसके लिए एक हिमालयन पर्वतारोहण संस्थान दार्जिलिंग में आवेदन कर दिया।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: हरियाणा के रेवाड़ी पुलिस लाइन में तैनात हेडकांस्टेबल की पत्नी आशा झांझडिया ने सोमवार सुबह 4 बजे विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया है। इस चोटी पर फतेह पाने में आशा को करीब 45 दिनों का समय लगा। खास बात यह रही कि आशा ने चीन की तरफ से यह चढ़ाई की है। बता दें कि एक दिन पहले ही 21 मई को प्रदेश की एक और बेटी अनीता कुंडू ने चीन की तरफ से चढ़ाई करके एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया था। महेंद्रगढ़ जिले के गांव नांगलिया निवासी व हरियाणा पुलिस में हेडकांस्टेबल अजय सिंह ताखर फिलहाल रेवाड़ी पुलिस लाइन में ही तैनात है।
अजय सिंह की 38 वर्षीय पत्नी आशा मूल रूप से झुंझुनु जिले के गांव घरडाना खुर्द की रहने वाली है और कोटकासिम के सरकारी अस्पताल में स्टाफ नर्स है। इनके दो बच्चे हैं। बेटी प्रेरणा 12वीं और बेटा तन्मय 9वीं में शिक्षा प्राप्त कर रहा है। वर्ष 2015 में आशा अमरनाथ दर्शनों के लिए गई थी। बालटाल के रास्ते सुबह चढ़ाई शुरू करके आशा दर्शन कर वापस शाम को नीचे भी लौट आई। आशा के इस जज्बे को देखकर सब हैरान हो गए। वहीं आशा का भी पहाड़ों की चढ़ाई को लेकर रुझान बढ़ने लगा। वर्ष 2016 में आशा पर जुनून चढ़ा कि वह भी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराएगी। इसके लिए एक हिमालयन पर्वतारोहण संस्थान दार्जिलिंग में आवेदन कर दिया। माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने से पूर्व संस्थान की तरफ से दो लेवल की परीक्षा पास की।
-8 अप्रैल से की थी चढ़ाई शुरू 22 मई को सुबह 4 बजे फहराया तिरंगा
- स्टाफ नर्स ने महज एक साल में ही रच दिया इतिहास
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