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22 दिन बाद मुक्त हुए जालंधर से अपहृत मां-बेटे

फेसबुक से हुई दोस्ती जालंधर की प्लाईवुड व्यापारी की पत्नी के लिए मुसीबत बन गई। महिला का तीन माह के भीतर दूसरी बाहर अपहरण किया गया। इस बार हांसी निवासी युवक ने महिला व उसके तीन वर्षीय मासूम बेटे को 22 दिन बंधक बनाकर रखा था।

By Amit MishraEdited By: Published: Sun, 09 Aug 2015 07:19 PM (IST)Updated: Mon, 10 Aug 2015 03:14 AM (IST)
22 दिन बाद मुक्त हुए जालंधर से अपहृत मां-बेटे

रोहतक, जागरण संवाददाता। फेसबुक से हुई दोस्ती जालंधर के प्लाईवुड व्यापारी की पत्नी के लिए मुसीबत बन गई। महिला का तीन माह के भीतर दूसरी बाहर अपहरण किया गया। इस बार हांसी निवासी युवक ने महिला व उसके तीन वर्षीय मासूम बेटे को 22 दिन से बंधक बनाकर रखा था। सड़क सुरक्षा संगठन की टीम और पुलिस की मदद से दोनों को सेक्टर तीन के मकान से बंधन मुक्त करा लिया गया है। हालांकि आरोपी चकमा देकर भाग गया। पुलिस ने मकान से आरोपी के नौकर को हिरासत में ले लिया और लगभग दो लाख की नकदी, एलईडी व कुछ रजिस्टर बरामद किए हैं।

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जालंधर (पंजाब) के रिजेंट पार्क निवासी एक प्लाइवुड व्यापारी की पत्नी व तीन वर्षीय बेटे का 22 दिन पहले अपहरण हुआ था। तभी से उसके पति व उसके परिजन मां-बेटे को तलाश रहे थे। अपहृत पत्नी ने पति को एक कॉल की थी। इसके बाद से पुलिस उक्त मोबाइल नंबर की लोकेशन तलाश रही थी। लोकेशन रोहतक में मिलने के बाद प्लाइवुड व्यापारी ने अपने दोस्त को बताया, जिसके बाद आरएसओ (रोड सेफ्टी आर्गेनाइजेशन) के कार्यकर्ताओं से मदद ली गई।

रविवार दोपहर जालंधर यूनिट-पांच पुलिस कर्मियों व प्लाइवुड व्यापारी रोहतक पहुंच गए। अर्बन एस्टेट थाना पुलिस को भी जानकारी दे दी गई। पुलिस व व्यापारी को अर्बन एस्टेट थाने में छोड़कर आरएसओ ने अपहृत महिला व उसके बेटे की तलाश शुरू कर दी।

प्लाइवुड व्यापारी ने व्हाट्स-एप से अपहृत पत्नी से संपर्क साध लिया। पत्नी ने बंद कमरे की खिड़की से बाहर की लोकेशन के फोटो भेजे जिसे आरएसओ कार्यकर्ताओं को उपलब्ध कराया गया। यह अनुमान लग गया कि लोकेशन सेक्टर के किसी पार्क की है, लेकिन पार्क को ढूंढ़ पाना आसान नहीं था। अब सभी पार्कों को तलाश शुरू की गई। तभी सेक्टर तीन में वह मकान मिल गया। महिला ने भी शीशे के पीछे से दो आरएसओ कार्यकर्ताओं, व्यापारी व उसके दोस्त को देखकर इशारा कर दिया। सूचना मिलते ही पंजाब व अर्बन एस्टेट थाना पुलिस पहुंच गई। मकान की घेराबंदी कर 15 मिनट के भीतर महिला तथा उसके बच्चे को बरामद कर लिया गया। हालांकि आरोपी सुनील मकान की छत से चकमा देकर भाग गया।

प्लाईवुड व्यापारी की सुनिए

मेरी पत्नी साक्षी की पहचान हांसी निवासी सुनील से फेसबुक से हुई थी। उसने तीन माह पहले साक्षी का बहला फुसलाकर अपहरण कर लिया था। उस दौरान तीन लाख रुपये देकर साक्षी को छुड़ाया गया था। अब पुन: आरोपी ने साक्षी व बेटे सूजल को अगवा किया। आरोपी पूर्व में दर्ज अपहरण के मुकदमे को खत्म कराना चाहता था।

क्रिकेट पर सट्टे का काम करता है आरोपी

पुलिस ने मकान से दो लाख से अधिक रुपये नकदी, एलइडी और कुछ संदिग्ध रजिस्टर बरामद किए हैं। आशंका जताई जा रही है कि सुनील क्रिकेट पर सट्टा लगाता था। हालांकि पुलिस रजिस्टरों व उसके मोबाइलों की पड़ताल कर रही है।

मोबाइल लोकेशन मिली थी

साक्षी और उसके बेटे के अपहरण का मुकदमा जालंधर में दर्ज है। उसकी बरामदगी के प्रयास किए जा रहे थे। मोबाइल से लोकेशन मिलने के बाद रोहतक आकर छानबीन की गई।


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