ईमानदारी की मिसाल! ऑटो ड्राइवर ने दो महीने बाद लौटाया सोने का हार
अगर आपको सोने का हार पड़ा मिल जाए तो आप क्या करेंगे...शायद बहुत खुश होंगे। लेकिन इसके उलट मुंबई में एक ऑटो ड्राइवर पिछले 2 महीने से सिर्फ इसलिए परेशान रहा क्योंकि उसे अपने ऑटो में एक सोने का हार पड़ा मिल गया। आइए बताते हैं इसके पीछे क्या है
मुंबई। अगर आपको सोने का हार पड़ा मिल जाए तो आप क्या करेंगे...शायद बहुत खुश होंगे। लेकिन इसके उलट मुंबई में एक ऑटो ड्राइवर पिछले 2 महीने से सिर्फ इसलिए परेशान रहा क्योंकि उसे अपने ऑटो में एक सोने का हार पड़ा मिल गया। आइए बताते हैं इसके पीछे क्या है कहानी?
बात 17 नवंबर 2015 की है घाटकोपर के रहने वाले हंसराज खत्री और उनकी पत्नी हीरामती खत्री ने एक ऑटो किराए पर किया और ऑटो ड्राइवर को घाटकोपर स्टेशन छोड़ने के लिए कहा। जैसे ही वो स्टेशन पर पहुंचे तो हंसराज को लगा कि उनका सोने का हार ऑटो में ही छूट गया है। आनन फानन में ये लोग स्टेशन के बाहर आए तो देखा कि ऑटो वाला तो वहां है ही नहीं।
हंसराज और हीरामती ने उम्मीद भी नहीं की होगी कि उनका हार उन्हें वापस मिलेगा। 17 जनवरी 2016 को हीरामती के घर पास से ये ऑटोवाला गुजर रहा था तो अचानक उसकी नजर हीरामती पर पड़ी और उसने पहचान लिया कि ये वही औरत है जिसका हार खो गया है। ऑटोवाले ने हीरामती से पूछा कि आपने पहचाना कि नहीं तो हीरामती ने कहा नहीं मैंने तो नहीं पहचाना। फिर ऑटोवाले ने उन्हें उस घटना की याद दिलाई और बताया कि आपका हार ऑटो में ही रह गया था।
इसके बाद ये ऑटोवाला हीरामती को अपने घर लेकर गया और वो हार वापस किया। इसके बदले में हीरामती उसको ईनाम देना चाहती थीं लेकिन इस ऑटोवाले की खुद्दारी देखिए उसने सिर्फ हीरामती की दुआएं मांगी और कहा कि उसे खुशी है कि उसने हीरामती को ढूंढ़ निकाला और हार वापस कर दिया। इस ऑटो वाले का नाम है अरुण शिंदे।