खुशबू का विवादों से है पुराना नाता
डीएमके छोड़ कांग्रेस का दामन थामने वाली दक्षिण भारत की लोकप्रिय अभिनेत्री खुशबू कुछ साल पहले विवादों में घिरी थी। उन्होंने बयान दिया था कि आधुनिक समाज में जीने वाले पुरुष को शादी के समय पत्नी के वर्जिन होने की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।
नई दिल्ली। डीएमके छोड़ कांग्रेस का दामन थामने वाली दक्षिण भारत की लोकप्रिय अभिनेत्री खुशबू कुछ साल पहले विवादों में घिरी थी। उन्होंने बयान दिया था कि आधुनिक समाज में जीने वाले पुरुष को शादी के समय पत्नी के वर्जिन होने की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। समाज की मर्यादा को तोड़ते इस बयान ने नैतिकता का पाठ पढ़ाने वालों के गुस्से को इतना भड़काया कि वे खुशबू के घर जा कर पथराव करने पर मजबूर हो गए। आलम यह था कि कई दिनों तक खुशबू का घर से निकलना भी मुश्किल हो गया। खुशबू ने सितंबर 2005 में एक पत्रिका को दिए इंटरव्यू में कहा था कि महानगरों की लड़कियाँ अब यौन इच्छाओं को दबाती नहीं हैं। इस बारे में उनके विचार खुले हुए हैं। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया था कि यौन शिक्षा को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहिए और माता-पिता को इसकी शिक्षा देनी चाहिए।
39 वर्षीय अभिनेत्री ने विवाह पूर्व यौन संबंध स्थापित किये जाने की अनुमति देने की बात कही थी। खुशबू का कहना था कि अनचाहे गर्भाधान और यौन रोगों से बचने के लिए विवाह पूर्व सेक्स संबध स्थापित करना लाजिमी है।
अपने इस बयान के बाद वह अभिनेत्री विवादों में आ गई और उनके खिलाफ कई सामाजिक संगठनों द्वारा मद्रास के कई जगहों पर याचिका दायर किये गये थे। लेकिन इतने लम्बे समय तक चले इस मुकदमें पर सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को खारिज करने का निर्देश दिया। अदालत के इस कदम पर अभिनेत्री खुशबू ने अपने सहयोगी मित्रों, परिजनों एवं भारतीय न्याय व्यवस्था के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि यह मेरी नहीं देश के युवा वर्ग की जीत है।