आपातकाल तानाशाही की मानसिकता से आता है: अमित शााह
आपातकाल की वर्षगांठ पर आयोजित काय्रक्रम में बोलते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भारत का लोकतंत्री सबसे परिवर्तनशील लोकतंत्र है। आपातकाल के बारे में उन्होंने कहा कि यह तानाशाही मानसिकता के कारण आता है।
नई दिल्ली। आपातकाल की वर्षगांठ पर आयोजित काय्रक्रम में बोलते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भारत का लोकतंत्री सबसे परिवर्तनशील लोकतंत्र है। आपातकाल के बारे में उन्होंने कहा कि यह तानाशाही मानसिकता के कारण आता है। आपातकाल का मूल कारण है दूसरों की बातों को न सुनना। शाह ने अटल बिहारी वाजपेयी के साथ आडवाणी को भी याद किया। उन्होंने इमरजेंसी को याद करते हुए कहा कि 25 जून की रात को ही अटल, आडवाणी को जेल में डाल दिया गया।
नहीं बुलाए गए आडवाणी
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी की उपेक्षा किए जाने का एक और मामला प्रकाश में आया है। गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इंमरजेंसी के दौरान जेल गए कुछ लोगों को सम्मानित किया लेकिन इस आयोजन में आडवाणी को आमंत्रित नहीं किया गया। भाजपा हर साल दिल्ली के कान्स्टिट्युशन क्लब में इमरजेंसी की वर्षगांठ पर काय्रक्रम का आयोजन करती है और तकरीबन हर साल मुख्य अतिथि के तौर पर आडवाणी को आमंत्रित किया जाता रहा है।
आडवाणी इमरजेेंसी के दौरान 19 महीने तक जेल में रहे थे। हाल ही में एक अंग्रेजी समाचार पत्र को दिए इंटरव्यू में आडवाणी ने कहा था कि आज भी वे इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हैं कि देश में फिर कभी इमरजेंसी नहीं लग सकती। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना था कि उनका इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ था। हालांकि बाद में उन्होंने साफ कर दिया था कि उनका इशारा नरेंद्र मोदी की ओर नहीं था।