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आप के आधे सांसद निलंबित, गांधी-हरिंदर पर अनुशासन की गाज

आम आदमी पार्टी ने अपने चार में से दो लोकसभा सांसदों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। धर्मवीर गांधी और हरिंदर सिंह खालसा ने शनिवार को पंजाब में पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन के समांतर असंतुष्ट गुट का कार्यक्रम आयोजित किया था। पार्टी के संस्थापक सदस्य प्रशांत भूषण

By Manoj YadavEdited By: Published: Sat, 29 Aug 2015 07:14 PM (IST)Updated: Sun, 30 Aug 2015 01:05 AM (IST)
आप के आधे सांसद निलंबित, गांधी-हरिंदर पर अनुशासन की गाज

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। आम आदमी पार्टी ने अपने चार में से दो लोकसभा सांसदों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। धर्मवीर गांधी और हरिंदर सिंह खालसा ने शनिवार को पंजाब में पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन के समांतर असंतुष्ट गुट का कार्यक्रम आयोजित किया था। पार्टी के संस्थापक सदस्य प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव के बाद यह असंतुष्टों के खिलाफ दूसरी बड़ी कार्रवाई है।

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पंजाब विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए पूरी ताकत से जुटी आप ने शनिवार को राज्य में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन की कामयाबी के तुरंत बाद यह कदम उठाया। अमृतसर जिले के ऐतिहासिक शहर बाबा बकाला में पार्टी के सम्मेलन में बड़ी संख्या में लोग जुटे थे। इसी शहर में असंतुष्टों के समांतर कार्यक्रम को देखते हुए इन दोनों सांसदों के खिलाफ कार्रवाई कर दी गई। शाम को ही पार्टी की राजनीतिक मामलों की राष्ट्रीय समिति ने पटियाला के सांसद धर्मवीर गांधी और फतेहगढ़ साहिब के हङ्क्षरदर खालसा के निलंबन का आदेश जारी कर दिया। साथ ही मामला पार्टी की अनुशासन समिति को भेज दिया गया है।

खालसा ने इस कार्रवाई के लिए पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल और उनके सहयोगी संजय सिंह की तानाशाही को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि पार्टी दिल्ली से लोगों को भेज कर राज्य में संगठन चलाना चाहती है। हमने स्थानीय नेतृत्व को उपेक्षित किए जाने को लेकर पार्टी को समझाया था। मगर इससे सबक लेने के बजाय हमें पार्टी से निकाल दिया गया। खालसा ने कहा कि राज्य कार्यकारिणी के आठ में से सात सदस्यों ने राज्य संयोजक सुच्चा सिंह को हटाने का प्रस्ताव पारित कर दिया था। मगर इसके बावजूद उन्हें नहीं हटाया गया। समांतर कार्यक्रम के बारे में उन्होंने कहा कि जब पार्टी ने कार्यकर्ताओं को नहीं बुलाया तो उन्हें मजबूरन यह आयोजन करना पड़ा। उधर, पार्टी सूत्रों का कहना है कि गांधी पहले से ही योगेंद्र यादव के संगठन के साथ जुड़े रहे हैैं। शनिवार का कार्यक्रम खालसा ने अकालियों के साथ मिलकर किया था, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

संसद सदस्यता खत्म कराने की तैयारी

आप ने अपने दोनों सांसदों को कारण बताओ नोटिस भी भेज दिया है। अब पार्टी लोकसभा अध्यक्ष से इनकी सदस्यता खत्म करने की अपील करेगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक दोनों सांसद नोटिस का जवाब पार्टी की अनुशासन समिति को दे सकते हैं। मगर पार्टी विरोधी गतिविधियों में वे जितना आगे बढ़ गए हैैं, उसके बाद इस प्रक्रिया का कोई नतीजा निकलना मुश्किल है और इनका पार्टी से बाहर जाना तय ही है। इन्हें निकाले जाने के बाद पार्टी इनकी सदस्यता खत्म करने की भी अपील करेगी। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को इनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों के साक्ष्य सौंपे जाएंगे। हालांकि, इस आधार पर लोकसभा सदस्यता खत्म करवा पाना पार्टी के लिए मुश्किल होगा।

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'अरविंद केजरीवाल दिल्ली में सरकार चलाने में विफल हो चुके हैं। पंजाब में भी वह यही रास्ता अपना रहे हैं।' -हरिंदर सिंह खालसा, सांसद

'पार्टी ने पंजाब में कुछ लोगों को जबरन बिठा दिया है, जो राज्य को अपनी जागीर समझ रहे हैं। इससे पार्टी का अहित हुआ है।' -धर्मवीर गांधी, सांसद

'गांधी व खालसा जैसे सांसदों के निलंबन से साफ है कि आप में ईमानदारी और असहमति के लिए कोई जगह नहीं है।' -प्रशांत भूषण, आप के पूर्व नेता


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