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'आप' की उठापटक का शिकार बने लोकपाल, बैठक से रखा गया बाहर

आम आदमी पार्टी (आप) की उठापटक का अब इसके आंतरिक लोकपाल भी शिकार हो गए हैं। पार्टी की राष्ट्रीय समिति की बैठक में उन्हें उनकी इच्छा के बावजूद शामिल नहीं होने दिया गया। साथ ही पार्टी ने उनके कार्यकाल पर भी सवाल उठाया है। जवाब में रामदास ने कहा है

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Sun, 29 Mar 2015 12:46 AM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2015 09:18 AM (IST)
'आप' की उठापटक का शिकार बने लोकपाल, बैठक से रखा गया बाहर

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। आम आदमी पार्टी (आप) की उठापटक का अब इसके आंतरिक लोकपाल भी शिकार हो गए हैं। पार्टी की राष्ट्रीय समिति की बैठक में उन्हें उनकी इच्छा के बावजूद शामिल नहीं होने दिया गया। साथ ही पार्टी ने उनके कार्यकाल पर भी सवाल उठाया है। जवाब में रामदास ने कहा है कि उनके पास पार्टी के कई लोगों के खिलाफ शिकायतें लंबित हैं। उन्होंने पार्टी की भद्द पिटवाने के लिए पूरे शीर्ष नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया है।

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पार्टी के आंतरिक लोकपाल एडमिरल (रिटायर्ड) एल रामदास ने एक पत्र लिखकर बताया है कि वह विशेष तौर पर इस बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे थे, लेकिन उन्हें पार्टी की ओर से इसमें शामिल होने से रोक दिया गया है। उन्हें एसएमएस कर कहा गया कि 'चर्चा के बाद तय किया गया है कि आप बैठक में नहीं आएं क्योंकि यह पार्टी की आंतरिक बैठक है। ...एनसी सदस्यों के अलावा सिर्फ पार्टी सांसदों और विधायकों को ही इसमें आमंत्रित किया गया है।' एसएमएस में उनसे यह भी कहा गया कि 'आंतरिक लोकपाल का कार्यकाल दुबारा विस्तारित किया जाना अभी बाकी है। ...आपसे अनुरोध है कि किसी विवाद से बचने के लिए कृपया बैठक में नहीं आएं।'

हालांकि रामदास खुद सामने नहीं आए, लेकिन विद्रोही नेता योगेंद्र यादव ने उनका पत्र सामने रखा। इस पत्र में उन्होंने अपने कार्यकाल पर खड़े किए सवालों को नकार दिया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह लोकसभा चुनाव और हाल के दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी ने औपचारिक तौर पर उन्हें शिकायतें भेजीं और फिर उनकी सिफारिश के अनुरूप दो उम्मीदवारों के टिकट काटे गए, उससे साफ जाहिर है कि उनके कार्यकाल का विस्तार पहले ही हो चुका है। साथ ही उन्होंने कहा है, '26 फरवरी से ही मुझे कार्यकर्ताओं ओर राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्यों से कई शिकायतें मिल रही हैैं। लेकिन जैसे ही मुझे औपचारिक तौर पर पार्टी यह भेजेगी, उनकी जांच शुरू कर दूंगा।'

मौजूदा स्थिति के बारे में उन्होंने पूरे नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि व्यक्तिगत घमंड से ऊपर उठ पाने में नाकाम रहने, जानकारी लीक करने, बेहद घटिया किस्म के स्टिंग करने और साजिश की कहानियां गढऩे के लिए सभी को शर्मिंदा होना चाहिए।

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