पूर्व मंत्री आसिम AAP में रहेंगे या नहीं तय करेंगे आतंरिक लोकपाल
छह लाख रुपये घूस लेने के आरोप मे बर्खास्त किए गए कैबिनेट मंत्री आसिम अहमद खान का मामला आम आदमी पार्टी ने आंतरिक लोकपाल को सौंप दिया है। वे अब पार्टी मे भी रह पाएगे या नही, इस पर आतंरिक लोकपाल राकेश सिन्हा को फैसला करना है।
नई दिल्ली। छह लाख रुपये घूस लेने के आरोप मे बर्खास्त किए गए कैबिनेट मंत्री आसिम अहमद खान का मामला आम आदमी पार्टी ने आंतरिक लोकपाल को सौंप दिया है। वे अब पार्टी मे भी रह पाएगे या नही, इस पर आतंरिक लोकपाल राकेश सिन्हा को फैसला करना है।
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आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए कहा है कि आसिम के मामले को आंतरिक लोकपाल के सुपुर्द कर दिया गया है। जल्द ही पार्टी मे उनके भविष्य को लेकर फैसला कर लिया जाएगा।
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संजय सिंह ने कहा कि 26 नवबर 2012 को पार्टी का गठन हुआ था, तभी हम लोगों ने कहा था कि हम राजनीति करने नही बल्कि राजनीति बदलने आए हैं। पहली बार देश मे किसी मुख्यमंंत्री ने भ्रष्टाचार का आरोप लगते ही अपने मंत्री को मंत्रिमडल से बाहर का रास्ता दिखाया है। साथ ही इस मामले को सीबीआई से जांच कराने के लिए भी कहा गया है।
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संजय सिंह ने कहा कि दूसरे दलों में जब किसी मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते हैं तो पार्टी के अन्य नेता बचाव में उतर जाते है, लेकिन केजरीवाल ने दूसरे दलो के लिए नजीर पेश की है। इससे प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी को भी सबक लेने की जरूरत है।
संजय सिंह ने कहा है कि ललित मोदी प्रकरण, व्यापमं और कालाधन के मुद्दे पर प्रधानमत्री मोदी को चुप्पी तोड़नी चाहिए। मोदी मे नैतिक साहस है तो मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिह चौहान और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुधरा राजे का इस्तीफा ले लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी जी भी अब कुछ साहस दिखाएं।