2 लाख रुपये में बेटे को बेचकर महिला बोली, 'किडनैप हो गया मेरा बेटा'
एक महिला ने अपने ही बेटे को बेचकर कर उसके अपहरण की झूठी कहानी रच डाली और पहुंच गई पुलिस के पास झूठी शिकायत दर्ज करवाने। ये वाकया पुणे का है।
पुणे। एक महिला ने अपने ही बेटे को बेचकर उसके अपहरण की झूठी कहानी रच डाली और पहुंच गई पुलिस के पास झूठी शिकायत दर्ज करवाने। ये वाकया पुणे का है। यहां पर एक महिला ने अपनी सगी बहन के साथ ही अपने बेटे का सौदा कर डाला और पति से बचने के लिए पुलिस में रिपोर्ट लिखवा दी।
पुलिस के मुताबिक, कोथुर्द की रहनेवाली अर्चना सोनावने नाम की एक महिला ने अपनी बहन सविता संकल्प के हाथों 2 लाख रुपये और कुछ गहने के ऐवज में अपने बेटे को बेच डाला। उसके बाद अपने पति से इन बातों को छुपाने के लिए उसकी किडनैपिंग का ड्रामा रच दिया।
बुधवार को अर्चना ने कोथुर्द पुलिस स्टेशन में जाकर पुलिस से कहा कि एसयूवी गाड़ी आए कुछ अज्ञात लोग उसके बेटे को छीनकर भाग गए। अर्चना की शिकायत पर पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर पूरे मामले को क्राइम ब्रांच के एंटी एक्सटॉर्शन सेल के हवाले कर दिया गया।
इस केस की जांच करनेवाले इंस्पेक्टर गणपतराव पिंगले ने कहा, “अर्चना ने दो महीने पहले ही बच्चे को जन्म दिया था। उसने अहमदनगर के सांभाजीनगर में रहनेवाली अपनी नि:संतान बहन सविता से 2 लाख और कुछ गहने के बदले उसका सौदा भी कर लिया था। लेकिन, बुधवार को जब अर्चना ने आरोप लगाकर पुलिस से शिकायत की कि मास्क लगाकर कुछ लोगों ने उसके बेटे को छीन लिया।
पुलिस ने कहा कि महिला की इस शिकायत के बाद हमने उन जगहों के सीसीटीवी कैमरे का फूटेज खंगाला जहां पर उसने वारदात की बात बताई थी लेकिन फूटेज में ऐसा कुछ नहीं मिला। बाद में जब अर्चना से कड़ाई के साथ पूछताछ की गई तो सारा दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।
दूसरी टीम अहमदनगर भेजी गई और वहां पर सविता को भी पकड़ लिया गया। लेकिन, बच्चा उसके पास नहीं था। बच्चे को भीमा मोरे नाम के एक शख्स के पास रखा गया था जबकि सविता को एक महीने के बाद पैसा देना था जब पूरा मामला ठंडा पड़ जाता।
बच्चे को अर्चना के पति मुकेश सोनावने को सौंप दिया गया है। मुकेश ने कहा कि मैं ये नहीं जानता था कि मेरी पत्नी इतनी शातिर निकलेगी और महज 2 लाख रुपये की खातिर अपने बेटे को बेच देगी। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उसके अंदर थोड़ा सा भी लगाव नहीं है।