नशे की हालत में महिला से की छेडख़ानी, एक गिरफ्तार
काठगोदाम से हावड़ा जा रही बाघ एक्सप्रेस [13020] में व्यापारी ने मंगलवार-बुधवार रात को एक महिला से दुष्कर्म का प्रयास किया। महिला के शोर मचाने पर लोगों ने उसको पकड़कर जीआरपी के हवाले कर दिया। जहां से आरोपी को जेल भेजा गया। भदोही निवासी व्यापारी मोहित गुप्ता अपने परिवार के साथ नैनीताल से घूमकर वापस लौट रहा था। पुलि
लखनऊ। काठगोदाम से हावड़ा जा रही बाघ एक्सप्रेस में व्यापारी ने मंगलवार-बुधवार रात को एक महिला से दुष्कर्म का प्रयास किया। महिला के शोर मचाने पर लोगों ने उसको पकड़ कर जीआरपी के हवाले कर दिया। जहां से आरोपी को जेल भेजा गया। भदोही निवासी व्यापारी मोहित गुप्ता अपने परिवार के साथ नैनीताल से घूमकर वापस लौट रहा था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके रेलवे मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। वहीं महिला अपने रिश्तेदारों के साथ घर चली गई।
नैनीताल से अपनी नन्द तथा नंदोई के साथ घूमकर लौट रही लंदन से भारत आई 30 वर्षीय महिला बाघ एक्सप्रेस से लखनऊ लौट रही थी। ट्रेन के एसी सेकेंड के ए-1 कोच की बर्थ नंबर 31 पर उसका आरक्षण था और बर्थ नंबर 35, 36, 37 व 38 पर व्यापारी मोहित गुप्ता का परिवार सफर कर रहा था। महिला के मुताबिक मोहित उसे रामपुर स्टेशन से घूर रहा था, लेकिन वह नजरअंदाज कर रही थी। केबिन का पर्दा बंद करने के बाद रात करीब सवा एक बजे ट्रेन के रामपुर पहुंचने पर मनोज ने उसके साथ छेडख़ानी की। इसके बाद जब ट्रेन देर रात हरदोई के करीब पहुंची तो मनोज ने उसके साथ जबरदस्ती करने का प्रयास किया। महिला के शोर मचाने पर रिश्तेदार जग गए और उनहोंने मनोज गुप्ता को पकड़ लिया। खुद को घिरा देख मनोज सीट पर भाग गया। इस बीच आसपास की केबिन के यात्री भी जमा हो गये। इन लोगों के विरोध दर्ज करने पर आरोपी मारपीट पर उतारू हो गया। इस महिला की चीख सुनने के बाद बोगी के यात्री टीटीई को भी ले आए। घरवालों ने टीटीई से शिकायत की, जिस पर उसने किनारा कर लिया।
महिला ने व्यापारी के खिलाफ दी गई तहरीर में गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला ने लखनऊ में ट्रेन के सुबह पहुंचते ही जीआरपी में मामला दर्ज कराया। लखनऊ जंक्शन पर तैनात जीआरपी कर्मी पीड़ित को लेकर जीआरपी थाने पहुंचे, लेकिन यहां काफी देर बैठने के बाद मुकदमा लिखा गया।
मेडिकल जांच में नहीं आया नशा
जीआरपी ने भदोही के गोपीगंज निवासी मोहित का जब मेडिकल कराया गया तो उसे नशे की हालत में नहीं पाया गया। जीआरपी के मुताबिक रात में भले वह नशे में रहा हो लेकिन जब मेडिकल कराया तो वह नशे में नहीं था।
चलती ट्रेन में आखिर कब दर्ज होगी रिपोर्ट
अभी भी लोगों को उस दिन का इंतजार है जब चलती ट्रेन में पीड़ित यात्रियों की रिपोर्ट दर्ज होगी। पूर्व एडीजी जीआरपी एके जैन के कार्यकाल में चलती ट्रेन में मामला दर्ज करने की कवायद शुरू की गई थी, लेकिन सब योजनाएं ठंडे बस्ते में चली गई। यानी अब अगर कोई घटना घटती है तो यात्री के सामने दो विकल्प होंगे, या तो वह जिस स्टेशन पर उतरे वहां मामला दर्ज कराए या फिर ट्रेन छोड़कर घटनास्थल पर पड़ने वाले थाने व चौकी पर अपना मामला दर्ज कराए।