सरकारी नौकरी चाहने वालों को मुफ्त पढ़ाता है तहसीलदार, कईयों को मिली कामयाबी
सरकारी नौकरी चाहने वालों के लिए एक तहसीलदार मुफ्त में कोचिंग सेवा देता है। यही नहीं इसकी शिक्षा से कईयों को कामयाबी भी मिली है।
चेन्नई (जेएनएन)। जब सी रामामूर्ति विरधुनगर जिला कलेक्टरेट में 2010 में गाय चराते थे तब एक तहसीलदार ने अपनी मुफ्त कोचिंग क्लास में शामिल होने को कहा और इसके बाद तो रामामूर्ति ने पीछे की ओर देखा ही नहीं अब वे एक ग्रामीण प्रशासनिक अधिकारी बन चुके हैं। रामामूर्ति ने बताया कि तहसीलदार मारीमुथु की पहली क्लास में जाने के बाद ही पढ़ाई के प्रति वे मोटिवेट हो गए। उसके बाद उन्होंने सरकारी नौकरी की तैयारी शुरू कर दी और कुछ महीनों के अंदर ही उन्हें नौकरी के कई ऑफर्स मिल गए।
50 वर्षीय मारिमुथु तहसीलदार हैं और उन्होंने सैंकड़ों लोगों को सरकारी नौकरी पाने में मदद की। उन्होंने वीकेंड में मुफ्त के कोचिंग क्लासेज की व्यवस्था की। चेननई से भी लोग इनके द्वारा शुरू किए गए कोचिंग क्लास के लिए जाते हैं। समाज को बदलने के लिए 10 साल पहले मारिमुथु ने मुफ्त में कोचिंग सेवा की शुरुआत की थी। उन्होंने बताया कि इसके जरिए वे अबतक 3,000 लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने में सफल रहे जिसमें से 300 विरुधुनगर जिला कलेक्टर ऑफिस में हैं। सरकारी नौकरियों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में विज्ञान, गणित, इतिहास, तमिल, अंग्रेजी व्याकरण और सामान्य ज्ञान से प्रश्न होते हैं। यह उनकी याद्दायत क्षमता है कि मारिमुथु एक बेहतर शिक्षक के तौर पर उभरे। उन्होंने बताया, ‘मैं हर दिन सुबह और रात को तैयारी करता हूं।‘
उनसे पढ़कर हाल में ही सरकारी नौकरी पाने वाली संकरा लक्ष्मी ने बताया, ‘वे काफी सरल तरीके से पढ़ाते हैं और उत्साहित करते हैं। वे पढ़ाने के साथ ही महत्वपूर्ण प्वाइंट्स को नोट करने का आग्रह करते हैं ताकि दिमाग में यह याद हो जाए।‘ शनिवार और रविवार को पूरे राज्य से 2,000 लोग उनकी कक्षा में शामिल होते हैं।
मारिमुथु को सड़क चौड़ा करने के प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण की देखरेख करने के लिए कृष्णनकोविल में नियुक्त किया गया था। वे गरीब परिवार से हैं।
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