'सलमान ने ही मारा था चिंकारा को, गोली मार कर चाकू से रेता था गला'
1998 में काला चिंकारा मामले के अहम गवाह हरीश दुलानी ने मीडिया के सामने कहा है कि यदि उसके परिवार की सुरक्षा की गारंटी दी जाए तो वह अहम बयान दे सकता है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। काला चिंकारा शिकार मामले में सलमान खान को हाइकोर्ट द्वारा बरी किए जाने के बाद इस मामले में लापता बताए जा रहे अहम गवाह हरीश दुलानी ने मीडिया के सामने आकर अपने दावे को दोहराते हुए कहा है कि उस दिन (1998) सलमान ने ही चिंकारा की हत्या की थी।
वहीं राजस्थान के कानून मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि चिंकारा मामले को सुप्रीम कोर्ट में ले जाने के लिए कानूनी राय ली जा रही है।
एक टीवी चैनल से बात करते हुए हरीश दुलानी ने कहा है कि यदि उसके परिवार को सुरक्षा की गारंटी दी जाती है तो वह फिर से अहम बयान दे सकता है।' गुमशुदा' बताए जा रहे हरीश दुलानी का यह बयान उच्च न्यायालय द्वारा सलमान को बरी किए जाने के दो दिन बाद आया है।
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आपको बता दे कि राजस्थान उच्च न्यायालय ने जोधपुर में वर्ष 1998 में चिंकारा के शिकार के दो मामलों में बॉलिवुड सुपरस्टार को बरी कर दिया था। दुलानी ने यह भी कहा कि वह फरार नहीं हैं, बल्कि धमकियों की वजह से डरा हुआ है।
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दुलानी ने कहा, ‘‘मैं 18 साल पहले मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए गए अपने बयान पर कायम हूं कि सलमान ने ही कार से उतर कर काले चिंकारे को गोली मारी थी। सलमान ने काले चिंकारे को देखकर बंदूक निकाली। उन्होंने पहला फायर किया, लेकिन चिंकारा बच निकला और उसके बाद उन्होंने दूसरा फायर किया और चिंकारा गोली लगने से घायल हो गया। वह (सलमान) गाड़ी से उतरकर गए और चाकू से उसका गला रेत दिया।"
दुलानी ने कहा कि मैं गायब नहीं हुआ था बल्कि मुझे और मेरे पिता को मिल रही धमकियों के कारण मैं अपने जोधपुर छोड़कर निकटवर्ती इलाके में चला गया था। दुलानी ने कहा कि यदि मुझे पुलिस संरक्षण मिला, तो मैं अपना पूर्ववर्ती बयान को कोर्ट के समक्ष दोहरा सकता हूं कि उस चिंकारे को सलमान खान ने ही मारा था।
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उल्लेखनीय है कि सलमान खान को पिछले हफ्ते ही हाई कोर्ट ने काले चिंकारा की हत्या के मामले में बरी कर दिया था। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि चिंकारा के शरीर से मिली गोलियां सलमान की लाइसेंसी बंदूक से नहीं चलायी गयी थीं। इस मामले में दुलानी ही अभियोजन पक्ष का एकमात्र गवाह था जो 2002 से ही गायब बताया जा रहा था, जिसके कारण केस कमजोर हो गया और फैसला सलमान के पक्ष में चला गया।