तृणमूल कांग्रेस को रेल बजट से आस
सात पूर्वोत्तर राज्यों को आगामी रेल बजट में बड़ा तोहफा मिल सकता है। एक राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर उभरने में यह पूर्वोत्तर राज्य तृणमूल काग्रेस के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
नई दिल्ली। सात पूर्वोत्तर राज्यों को आगामी रेल बजट में बड़ा तोहफा मिल सकता है। एक राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर उभरने में यह पूर्वोत्तर राज्य तृणमूल काग्रेस के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
रेल मंत्रालय तृणमूल काग्रेस के नेता दिनेश त्रिवेदी के पास है और इसका इस्तेमाल इन राज्यों में रेल परियोजनाओं के लिए किया जा सकता है। तृणमूल काग्रेस ने अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में अपना खाता खोल लिया है और अब उसकी नजर त्रिपुरा विधानसभा चुनावों पर है।
उल्लेखनीय है कि रेल मंत्री बनने के बाद त्रिवेदी ने सबसे पहला दौरा नागालैंड का किया था। रेल मंत्री आगामी बजट में पूर्वोत्तर में कनेक्टिविटी यानी संपर्क सुधारने की जरूरत पर खास ध्यान दे सकते हैं और कुछ नई ट्रेनों और रेल लाइनों की घोषणा कर सकते हैं।
पिछले साल रेल बजट पेश करते समय तत्कालीन रेल मंत्री ममता बनर्जी ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों की राजधानियों को आपस में जोड़ने के उपायों की घोषणा की थी। उम्मीद की जा रही है कि त्रिवेदी इस मिशन में तेजी लाने की दिशा में काम करेंगे।
हाल ही में मणिपुर में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में तृणमूल काग्रेस ने सात सीटें जीतीं और अब उसका लक्ष्य क्षेत्रीय पार्टी से एक राष्ट्रीय पार्टी बनने का है। इससे पहले, तृणमूल काग्रेस अरुणाचल प्रदेश में पाच सीटें जीती थी।
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