मुंबई: 6 वर्षीय अमेरिकी बच्ची की नानी के घर पर हुई 'रहस्यमयी' मौत
मुबंई में एक 6 वर्षीय अमेरिकी नागरिक कियारा की रहस्यमयी मौत पर सवाल पर उसके पिता ने सवाल खड़े किए हैं।
मुंबई (मिड-डे)। अपने नैनिहाल में रह रही एक 6 वर्षीय अमेरिकी लड़की की रहस्यमयी मौत पर अब सवाल उठने शुरू हो गए हैं। यह लड़की 19 अप्रैल को खार स्थित अपने नैनिहाल (लड़की की माँ का घर) बेहोश पड़ी मिली थी जिसे बाद में बांद्रा के लीलावती अस्पताल ले जाया गया और 29 अप्रैल को उसकी मौत हो गई।
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कियारा नाम की इस लड़की का जन्म 10 अक्टूबर, 2009 को भारत में हुआ था, जो विले पार्ले स्थित गोकालीबाई स्कूल में पड़ती थी। कियारा अमेरिकी नागरिक और यूएस के कनसस में रहने वाले धर्मेश वेद और सेजल धूतिया की यह तीसरी लड़की थी। सेजल फिलहाल अपने माता-पिता के खार स्थित घर पर रह रहीं हैं। इस दंपति में घरेलू हिंसा की लड़ाई को लेकर एक मामला चल रहा है जिसकी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। खार पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि कियारा को इसके बेडरूम में बेहोश पाया गया था जिसे पर सबसे पहले उसकी मौसी की नजर पड़ी थी। वे उसे तुरंत हिंदुजा अस्पताल ले गए और वहां से उसे लीलावती अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया जहां 29 अप्रैल को डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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चूंकि मौत के कारणों का पता नहीं चल सका इसलिए डॉक्टरों ने खार पुलिस को इसके बारे में सूचित कर दिया जहां पुलिस ने एक मेडिको-लीगल केस दर्ज कर लिया। इसके बाद उसके शव को जूहू स्थित डॉ आर एन कूपर म्यूनिसिपल मेडिकल कॉलेज एंड जनरल हॉस्पिटल भेजा गया जहां उसका पोस्टमार्टम किया गया।
मां- बाप की कानूनी लड़ाई
सेजल और धर्मेश ने 1999 में मुंबई में अरेंज्ड मैरिज की थी। शादी के 10 साल बाद दोनों ने अमेरिकी अदालत में अलग होने का केस फाइल किया जिसे वहां की अदालत से मंजूरी मिल गई। हालांकि सेजल के परिवार का कहना है कि हिंदू मैरिज एक्ट के अनुसार अभी तक तलाक नहीं हुआ है तो इसे कानूनी नहीं माना जा सकता। सेजल ने कियारा की कस्ट़डी के लिए भारत में एक केस दर्ज किया उसके परिवार द्वारा भी घरेलू हिंसा, दहेज, शोषण और खर्चे की मांग को लेकर धर्मेश के खिलाफ एक केस दर्ज किया गया है जिसकी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। सेजल की दोनों बेटिया पायल और नीति अभी भी अमेरिका में अपने पिता के साथ रह रही हैं।
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धर्मेद्र का आरोप है कि उसने 2011 में कियारा की कस्टडी का केस जीत लिया था। लेकिन सेजल ने अक्टूबर 2011 में उसका अपहरण कर लिया और एक फर्जी पासपोर्ट के जरिए वह भारत भाग गई। धर्मेश का कहना है कि इस घोर अपराध के लिए सेजल के खिलाफ अमेरिका अदालत ने 21 नवंबर, 2011 को एक वारंट जारी किया गया था।
परिवार का आरोप बेटा और दहेज चाहता था धर्मेश
नाम नहीं बताने की शर्त पर सेजल के परिवार के एक सदस्य ने बताया, " धर्मेश दो लड़कियों के जन्म के बाद एक लड़का चाहता था, उसने सेजल को परेशान करना शुरू कर दिया कई बार उसके साथ मारपीट की गई। दिमागी और शारीरीक रूप से उसका शोषण किया गया। 4 बार उसके पिता मामले को सुलझाने के लिए अमेरिका भी गए लेकिन मामला हल नहीं हुआ। धर्मेश ने दहेज की भी मांग की थी और कहा था कि उसे अमेरिका में एक पेट्रोल पंप और एम्बी वैली में एक बंगला चाहिए।" उन्होंने कहा कि हमने धर्मेश को कियारा की बेहोशी और अस्पताल में भर्ती होने के बारे में जानकारी दी थी लेकिन वह नहीं आया।
धर्मेश ने सेजल को बताया मौत के लिए जिम्मेदार
धर्मेश ने लीलावती अस्पताल से कियारा के अस्पताल में भर्ती होने के दस्तावेज प्राप्त कर लिए हैं। धर्मेश का आरोप है कि 'टिरका' नाम की एक टैबलेट (तनाव को खत्म करने वाली दवा) कियरा के घर पर मिली है और यही कियारा की मौत का कारण हो सकती है। धर्मेश का कहना है कि क्लिनकली कियरा की मौत 19 अप्रैल को ही हो गई थी लेकिन उसे 10 दिन बाद मृत घोषित किया गया।
भारत के कानून में नहीं करता विश्वास- धर्मेश
सेजल के मा पिता ने धर्मेश के आरोपो को बेबुनियाद बताया है। मिड-डे ने जब धर्मेश से कियारा कि मौत की जांच के लिए भारत आने के बारे में पूछा तो धर्मेश ने कहा, "मेरी बेटी एक अमेरिकी नागरिक है और उसका अपहरण किया गया था। मैं आपकी (भारत) न्यायपालिका में विश्वास नहीं करता।" धर्मेश ने इस बारे में मुबंई पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं की है। खार पुलिस स्टेशन के सूत्रों का कहना है कि धर्मेश के खिलाफ सेजल ने घेरलू हिंसा के तहत एफआईआर दर्ज की है और यदि वह भारत आता है तो पुलिस उसे गिरफ्तार करेगी।